गाजियाबाद की बात की जाए तो जनपद में इस मॉक ड्रिल के लिए 5 टीम गठित की गई।जिन्होंने अलग-अलग क्षेत्र में मॉक ड्रिल कर लोगों को सचेत करने का कार्य किया। इस मॉक ड्रिल के बारे में प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि यदि दिल्ली एनसीआर में 8 रिक्टर स्केल पर भूकंप आता है तो सबसे ज्यादा हानी दिल्ली एनसीआर में इसलिए संभव है क्योंकि यहां हाई राइजिंग इमारत बनी हुई हैं। इस दौरान स्थानीय लोगों को किस तरह की सावधानी बरतनी चाहिए और उस माहौल में किस तरह से अपने आप को उभारना चाहिए, इसके लिए जनपद में पांच जगह मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
बता दें कि गाजियाबाद बस स्टैंड शहीद स्थल पर मेट्रो स्टेशन, जीडीए, गौर मॉल वीवीआइपी मॉल, कोलंबिया एशिया हॉस्पिटल, मॉक ड्रिल के लिए चिन्हित किए गए थे। सुबह से ही जनपद के तमाम प्रशासनिक अधिकारी एनडीआरएफ की टीम स्थानीय पुलिस दमकल विभाग स्वास्थ्य विभाग के सभी कर्मचारी मौजूद रहे। इस दौरान सभी विभाग के कर्मचारियों और अधिकारियों ने अपना अपना हुनर दिखाते हुए लोगों को यह समझाने का प्रयास किया कि आखिर अगर कभी भी ऐसे हालात पैदा होते हैं तो वह हर स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं।
इस दौरान एनडीआरएफ के अधिकारी और सिटी मजिस्ट्रेट यशवर्धन सिंह ने बताया कि यदि बड़े स्केल पर भूकंप आता है और कोई आपदा जैसी स्थिति बनती है तो सबसे पहले लोगों को चाहिए कि वह पैनिक ना हो और लोगों को चाहिए कि खुद बचाव करें और दूसरों का भी किस तरह बचाव करें। यह सब जानकारी देने के लिए गाजियाबाद में पांच जगह मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया है जो कि सफल हुआ है। उन्होंने कहा कि गाजियाबाद में स्वास्थ्य विभाग दमकल विभाग एनडीआरएफ की टीम ने स्थानीय पुलिस सभी हर स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।