बता दें कि गाजियाबाद के घंटाघर कोतवाली इलाके में दो दिन पहले एक सर्राफा व्यापारी की संदिग्ध परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई थी। पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला था कि जहां व्यापारी की मौत हुई थी। वहां एक और सर्राफा व्यापारी भी था और दोनों व्यापारियों के बीच हथियार खरीदे और बेचे जाने के मामले में बात चल रही थी। इसी दौरान संदिग्ध परिस्थितियों में गोली चली और एक व्यापारी को गोली लगने से मौत हो गई।
इस मामले में शुक्रवार को उस समय एक नया मोड़ आ गया, जब मृतक सर्राफा व्यापारी के परिजनों ने थाना कोतवाली में तहरीर दी। परिजनों ने साफ कहा कि इस पूरे मामले को तोड़-मरोड़कर पेश किया गया है। सही बात यह है कि संजीव को एक ज्वेलर्स से 50 लाख रुपये लेने थे और लगातार उनसे तगादा किया जा रहा था। पैसे देने की बात कहकर ही संजीव को आरोपी ने अपने शोरूम पर बुलाया था। इन्हें पैसे वापस नहीं लौटाने पड़े इस नीयत से संजीव की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
भले ही पुलिस ने शुरुआती जांच में हथियार खरीदने और बेचने का मामला मानते हुए गोली चलने की बात मानी थी, लेकिन अब मृतक संजीव के परिजनों ने हत्या किए जाने की तहरीर के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है आैर इस पूरे मामले में गहनता से जांच की जा रही है।