पानी की किल्लत रहेगी इस पूरे मामले को लेकर सिंचाई विभाग ने पानी रोकने की अधिकारिक जानकारी जल निगम को दे दी है। उधर गंग नहर बंद होने के बाद प्लांट में 3 दिन का ही पानी बचा है। जिसके कारण पानी की सप्लाई नहीं दी जा सकेगी। उसके बाद जलकल विभाग की तरफ से नलकूपों से दिन में एक ही समय पानी की आपूर्ति कराई जाएगी। ऐसी स्थिति में गाजियाबाद के ट्रांस हिंडन और सिद्धार्थ विहार के लोगों को पेयजल की किल्लत झेलनी पड़ेगी। इसके अलावा नोएडा में भी गंगाजल की सप्लाई बाधित होगी। वहां के रहने वाले लोगों को भी इस दौरान पीने के पानी की किल्लत को झेलना पड़ेगा।
यह भी पढ़े –
ललितपुर एसपी ने चोरी छुपे 20 किमी चलाई साइकिल, वजह करेगी हैरान प्लांट पर 3 दिन का पेयजल का स्टॉक जलकल विभाग के अवर अभियंता सोमेंद्र तोमर ने बताया कि, हर साल बारिश होने के बाद गंग नहर में आने वाली सिल्ट की सफाई के लिए हरिद्वार से ही गंग नहर का पानी रोक दिया जाता है। जिस वजह से गंगनहर से पानी की सप्लाई को गंगाजल प्लांट पीने योग्य बनाकर आगे सप्लाई करता है। लेकिन इस बार पहाड़ों पर हुई भारी बारिश के बाद नहर में काफी सिल्ट जमा हो गई है। जिसे साफ करने के लिए आज रात से हरिद्वार से ही गंग नहर की सप्लाई बंद कर दी जाएगी। हालांकि प्लांट पर 3 दिन का पेयजल का स्टॉक मौजूद है। पर लोगों को कुछ दिन पानी की किल्लत झेलनी पड़ सकती है।
यह भी पढ़े –
रावण और हनुमानजी को आया हार्ट अटैक दोनों की हुई मौत, सभी दुखी गाजियाबाद में खराब नलकूप किए जा रहे है ठीक सोमेंद्र तोमर ने आगे बताया कि, गाजियाबाद में जितने भी नलकूप खराब है। उन्हें ठीक किया जा रहा है और पेयजल लाइन को भी दुरुस्त किया जाएगा। ताकि लोगों को पीने के पानी की परेशानी न हो। इस दौरान नलकूपों के माध्यम से ट्रांस हिंडन और सिद्धार्थ विहार में पेयजल की आपूर्ति की जाएगी। क्योंकि नहर की सफाई के बाद 26 अक्टूबर को पानी गाजियाबाद तक पहुंचेगा यह पानी गंगाजल प्लांट में आने के बाद उसे पीने योग्य बनाकर आगे सप्लाई दी जाएगी।
26 अक्टूबर को पानी आने की संभावना प्रोजेक्ट मैनेजर उमेश शुक्ला ने बताया कि, मंगलवार रात 12 बजे से हरिद्वार से गंगा नहर का पानी रोक दिया जाएगा। जिसके बाद प्लांट में मौजूद गंगाजल को 6 अक्टूबर तक सप्लाई किया जा सकेगा। गंग नहर की सफाई के बाद 26 अक्टूबर को गाजियाबाद तक पानी आने की संभावना है। उसके बाद ही गंगाजल प्लांट में पीने योग्य पानी तैयार कर आगे सप्लाई की जा सकेगी।