इस पूरे मामले का खुलासा करते हुए एसपी सिटी प्रथम निपुण अग्रवाल ने बताया कि लक्ष्य तंवर पुत्र अशोक कुमार निवासी कवि नगर शिवम पुत्र सुनील कुमार निवासी तुराबनगर, सुनील कुमार पुत्र बाबूलाल निवासी तुराबनगर के खिलाफ शहर कोतवाली में धोखाधड़ी से बैंकों को करीब 100 करोड़ का नुकसान पहुंचाने का मुकदमा दर्ज था। उनकी तलाश में पुलिस जुटी हुई थी। इस पूरे मामले के मास्टरमाइंड लक्ष्य तंवर पुत्र अशोक कुमार को दो अन्य साथियों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।
एसपी सिटी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अभियुक्तों ने बताया कि लक्ष्य तंवर के द्वारा पंजाब नेशनल बैंक के मैनेजर उत्कर्ष कुमार व डिप्टी मैनेजर प्रियदर्शनी व अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर अपने दूर के रिश्ते के भतीजे शिवम पुत्र सुनील कुमार को विश्वास में लेकर उनके नाम पर फर्जी तरह से प्रॉपर्टी नाम कराकर और उन्हीं प्रॉपर्टी को बैंक की मिलीभगत से बैंक में मॉर्गेज कर करीब ₹4 करोड़ का लोन करा कर आपस में सभी अभियुक्तों ने बंदरबांट कर लिया।
जब बैंक के द्वारा शिवम व सुनील को नोटिस जारी किए गए तो शिवम के द्वारा बचाव के उद्देश्य से उल्टा बैंक के खिलाफ ही मुकदमा दर्ज कराया गया। लेकिन जब इस पूरे मामले की विवेचना के क्रम में पता चला तो इस पूरे मामले में शिवम व उसका पिता भी बैंक लोन के फर्जीवाड़े की साजिश में शामिल निकला। पूछताछ में अभियुक्त लक्ष्य तंवर के ने बताया कि सन 2013 से अभी तक बैंकों की मिलीभगत से लोगों को प्रॉपर्टी को गलत तरीके से मॉर्गेज कर प्रॉपर्टी की कीमत से कई गुना लोन करा कर कई बैंकों को करीब 100 करोड रुपए का चूना लगा चुका है। तीनों ही इस पूरे मामले में सन लिप्त पाए गए हैं। तीनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। तीनों को ही गिरफ्तार करते हुए अग्रिम वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।