डीजी जेल
आनंद कुमार ने एक एनजीओ के माध्यम से इन सभी बंदियों के घर वालों के लिए राशन उपलब्ध कराया है। डीजी जेल की यह पहल बेहद सराहनीय मानी जा रही है। इन सभी बंदियों के परिवार वाले डीजी जेल की इस पहल से बेहद खुश हैं क्योंकि इन परिवार वालों का कहना है कि जो उनके घर का मुखिया है वह काफी दिन से जेल में बंद है। ऐसे में उनकी आमदनी बंद हाे गई है और मुकदमेंबाजी का खर्च सिर आन पड़ा है। ऊपर से लॉकडाउन ने उन्हे पूरी तरह से तोड़ दिया है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए डासना जेल के डीजी जेल
आनंद कुमार ने बताया कि जेल में बंद जितने भी बंदी हैं वह सभी लोग उन्हें अपना गार्जियन मानते हैं। कोविड-19 संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सरकार ने लॉकडाउन की घोषणा की है। इस दौरान तमाम लोगों के काम धंधे पूरी तरह बंद हैं। खासतर से ऐसे परिवार वालों को बड़ी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है जिनके घर के मुखिया जेल में बंद हैं और उनकी माली हालत ठीक नहीं है। घर में भी कोई काम धंधा करने वाला नहीं है। ऐसी स्थिति में परिवार चलाना मुश्किल होता है। इसलिए 150 ऐसे बंदियों को चिन्हित किया गया है और उनके परिवार की परेशानी को ध्यान में रखते हुए उन्होंने
एक एनजीओ के माध्यम से ऐसे 150 परिवारों को राशन उपलब्ध कराया गया है।