गाज़ियाबाद

बाजारों से गायब हुई भाप लेने की मशीन और ऑक्सी मीटर, मनमर्जी के रेट वसूल रहे कुछ दवा विक्रेता

कोविड-19 के शुरुआती लक्षण दिखने पर भाप लेने की सलाह दे रहे चिकित्सक, बाजारोंं में बिक्री बढ़ने से शुरू हुई कालाबाजारी

गाज़ियाबादApr 22, 2021 / 11:16 am

lokesh verma

पत्रिका न्यूज नेटवर्क
गाजियाबाद. देशभर में जिस तरह कोविड-19 (Covid 19) महामारी का प्रकोप फैल रहा है और बड़ी संख्या में लोगों को अपनी गिरफ्त में ले रहा है। उससे बाजार से जहां एक तरफ ऑक्सीजन खत्म होती नजर आ रही है। वहीं अब मेडिकल स्टोर्स पर भाप लेने की मशीन और ऑक्सी मीटर तक गायब होने लगे हैं, क्योंकि सावधानी के उद्देश्य से आम लोग भी अब कोरोना से बचाव के तमाम उपाय करने में लगे हुए है। सबसे ज्यादा इस्तेमाल लोग भाप लेने की मशीन का कर रहे हैं, जिसके कारण अब दवा दुकानों से स्टीम लेने को मशीन गायब हो गई है।
यह भी पढ़ें- चिकित्सकों ने बताया ऐसे हारेगा कोरोना, ये है बचाव का सबसे बेहतर तरीका

कोरोना महामारी (Corona Epidemic) के बीच इन दिनों बाजारोंं में कोरोना संक्रमण से बचाने वाले मेडिकल इक्विपमेंट और दवाओं का टोटा होने लगा है। जहां रेमडेसिवीर की कालाबाजारी रुकने का नाम नहींं ले रही है, वहीं अब मेडिकल स्टोर्स पर भाप लेने की मशीन और ऑक्सी मीटर गायब हैं या फिर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचा जा रहा है। दुकानदारों का कहना है कि डॉक्टर किसी को भी कोविड-19 के शुरुआती लक्षण दिखने पर भाप लेने की सलाह देते हैं। ऐसे में बीते एक सप्ताह के दौरान भाप की मशीनों की बिक्री बहुत बढ़ गई है। बीते तीन दिनों से बाजार में भाप की मशीनों का टोटा है। जहां कुछ मेडिकल स्टोर पर भाप लेने की मशीन मिल भी रही हैं तो वह मनमर्जी के रेट वसूल रहे हैं। शहर के प्रमुख बाजारों से लेकर बड़े मेडिकल स्टोरों पर भाप की मशीन न मिलने से लोग परेशान हैं। इसी तरह बाजारों में ऑक्सी मीटर की भी कमी पड़ गई है। इसके अलावा सेनेटाइजर और ग्लब्ज समेत कई उपकरण बाजारों में बेहद ऊंचे दामों पर बेचे जा रहे हैं।
प्रताप विहार के परविंदर शेखावत, राजीव कुमार, हितेश सिंह ने बताया कि मशीन न मिल पाने से परेशान हो रही है। घर पर ही देसी जुगाड़ कर भाप ले रहे हैं। उन्होंने बताया कि मशीन से भाप लेने में आसानी रहती है। ज्यादातर लोगों का कहना है कि बाजार कई बार ट्राई कर लिया, लेकिन मशीन नहीं मिल रही है। परविंदर ने बताया कि जब वह मशीन लेने गए तो उनसे 300 रुपये की मशीन के सात सौ रुपए की मांग की गई और स्टॉक ना होने की बात कही गई। लोगों का कहना है कि ऑनलाइन भी कई दिन में यह मशीन उपलब्ध हो पा रही है।
यह भी पढ़ें- दिल्ली में नहीं मिला इलाज तो गाजियाबाद में अस्पताल के बाहर एम्बुलेंस में टूट गई सांसों की डोर
Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.