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शहीद
CRPF जवान महेश कुशवाहा ने मौत से पहले पत्नी से फोन पर किया था ये वादा, कहानी आपको रुला देगीबाबतपुर एयरपोर्ट पर पहुंचे उत्तर प्रदेश सरकार के राज्य मंत्री नीलकंठ तिवारी ने श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ ही पार्थिव शरीर के साथ देर रात गाजीपुर पहुंचे। इस दौरान पूरे गांव में हिंदुस्तान जिंदाबाद पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे गूंज उठे। हजारों हाथों ने अपने जिले के लाल की शहादत पर फक्र जाहिर करते हुए भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। पूरे राजकीय सम्मान के साथ शहीद को अंतिम सलामी दी गई।
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अनंतनाग मुठभेड़ में शहीद हुए थे महेश कुशवाहा
गाजीपुर के जैतपुरा गांव के रहने वाले महेश कुशवाहा पिछले दिनों जम्मू काश्मीर में आतंकियों से मुठभेड़ के दौरान शहीद हो गए। जिसके बाद से शहीद जवान के परिजनों समेत गांव में गम का माहौल है। शहीद का शव पहुंचते ही लोग जुट गये और शहीदों के पार्थिव शरीर पर अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किये। जैतपुरा के रहने वाले गोरखनाथ कुशवाहा के पुत्र महेश कुशवाहा की 2010 में बतौर कांस्टेबल ज्वाइनिंग हुईं थी। इससे पहले 2009 में 4 जून को उनकी शादी निर्मला से हुई। कुशवाहा का एक पुत्र और एक पुत्री है।
सीआरपीएफ कमांडेंट ने कहा वीर सैनिक थे महेश कुशवाहा
सीआरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि महेश बहुत वीर सैनिक थे। उन्होंने अपनी शहादत से पूर्व एक आतंकवादी को मार गिराया जिसके बाद आतंकवादियों ने हमला किया उसके बाद उनकी शहादत हुई। वहीं जिलाधिकारी के बाला जी ने बताया कि शासन स्तर से जो शहीद को जो सुविधा मिलती थी वे सब सुविधाएं उनके परिवार को मिलेंगी। साथ ही इनके परिवार के लिए नौकरी की भी घोषणा की गई है।
सीआरपीएफ कमांडेंट ने बताया कि महेश बहुत वीर सैनिक थे। उन्होंने अपनी शहादत से पूर्व एक आतंकवादी को मार गिराया जिसके बाद आतंकवादियों ने हमला किया उसके बाद उनकी शहादत हुई। वहीं जिलाधिकारी के बाला जी ने बताया कि शासन स्तर से जो शहीद को जो सुविधा मिलती थी वे सब सुविधाएं उनके परिवार को मिलेंगी। साथ ही इनके परिवार के लिए नौकरी की भी घोषणा की गई है।
BY- Alok Tripathi