बता दें कि जिन मा बाप को कोई औलाद न हो तो वह औलाद पाने के लिए ना जाने कितने मंदिर मस्जिद और दरगाह की चक्कर लगाते हैं ताकि उनके सुने आँगन में में भी किलकारीया गुजने लगे। वहीं कुछ ऐसे मां बाप भी होते हैं जो अपने बेटों की कारस्तानी की वजह से उसे मौत के घाट उतारना पड़ता है। ऐसा ही एक मामला गाजीपुर के बिरनो थाना के पलिया गांव में 6 नवम्बर को हुआ था। उस दिन पुलिस को एक शव मिला था जिसको ईट से कूच और चाकू से वार कर मौत के घाट ही नही उतारा गया था बल्कि उसकी आंख निकालने का प्रयास किया गया था। तब यह घटना पुलिस के लिए एक पहेली बनी हुई थी। लेकिन पुलिस ने 2 दिन में ही हत्या का खुलासा करते हुए मृतक राजेश के माँ बाप को ही हत्या के मामले में गिरफ्तार कर पेश किया।