scriptजमीन अधिग्रहण के नाम पर घोटाला, मुआवजे के लिए भटक रहे किसान | Scandal in the name of land acquisition News In Hindi | Patrika News
गाजीपुर

जमीन अधिग्रहण के नाम पर घोटाला, मुआवजे के लिए भटक रहे किसान

ऐसा ही कुछ इन दिनों वाराणसी से गोरखपुर बनने वाली फोरलेन में जाने वाली भूमि के मुआवजे में देखने को मिल रहा है

गाजीपुरNov 08, 2017 / 11:26 am

sarveshwari Mishra

NHAI

एनएचएआई

गाजीपुर. किसी भी सरकारी योजना मे जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी किस तरह से अपनी मनमानी करते है और इस मनमानी में पात्र के बजाय अपात्र को लाभ पहुंचाने तक का काम करते है। ऐसा ही कुछ इन दिनों वाराणसी से गोरखपुर बनने वाली फोरलेन में जाने वाली भूमि के मुआवजे में देखने को मिल रहा है। यहां पर जिनकी जमीन फोरलेन में गई है वह आपत्ति पर आपत्ति डालते जा रहा है और विभाग के अधिकारी उसका भुगतान अपात्र को करते जा रहे हैं।
जिले के गाजीपुर में इन दिनों किसानों की कृषि योग्य भूमि फोरलेन में जा रही है। जिसका सरकार ने अधिग्रहण कर लिया है। यह अधिग्रहण सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। जनपद के सैदपुर तहसील के नसीरपुर गांव में लगभग एक दर्जन किसान सन 2000 से 2007 के बीच नेशनल हाईवे के किनारे सुब्बा पुत्र जग्गू से मौजा नसीरपुर में गाटा संख्या 109 में दर्जनों किसानों ने जमीन खरीदा जिसका रजिस्ट्री भी करा चुके है। इसके बाद इनकी जमीन फोरलेन में अधिग्रिहीत कर ली गई है। जिसके बाद इनके जमीनों का भुगतान खरीददारों को न कर लेखपाल और विभाग के अधिकारियों ने कागजों में हेरफेर कर पुराने काश्तकार को 2 करोड़ का भुगतान कर डाला।
जिसकी जानकारी पर किसानों ने कई बार एडीएम और जिलाधिकारी के समक्ष आपत्ति भी डाली और कोई कारवाई नही होने पर प्रदर्शन भी किया। बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों ने अब तक कोई कारवाई नहीं किया। ऐसा भी नही है कि यह एक या दो किसानों का मामला हो बल्कि ऐसे सैकड़ों किसान है जिनका विभागीय अधिकारीयो ने विपक्षियों से मिल मोटी रकम खाकर इस तरह के हेरफेर किये हैं जो रोजाना विभागीय कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है।
इस मामले पर जब अपर जिलाधिकारी से बताया गया तो उन्होंने जांच का आश्वासन दिया। वही अगर विभागीय सुत्रो की माने तो जिन खातों में भुगतान के 2 करोड भेजे गये है उस पर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा जांच की कारवाई में जुट गई है। बाईट-मोती-पीड़ित किसान श्याम कुशवाहा-पीड़ित।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो