जिले के गाजीपुर में इन दिनों किसानों की कृषि योग्य भूमि फोरलेन में जा रही है। जिसका सरकार ने अधिग्रहण कर लिया है। यह अधिग्रहण सड़क परिवहन एवम राजमार्ग मंत्रालय भारत सरकार द्वारा किया जा रहा है। जनपद के सैदपुर तहसील के नसीरपुर गांव में लगभग एक दर्जन किसान सन 2000 से 2007 के बीच नेशनल हाईवे के किनारे सुब्बा पुत्र जग्गू से मौजा नसीरपुर में गाटा संख्या 109 में दर्जनों किसानों ने जमीन खरीदा जिसका रजिस्ट्री भी करा चुके है। इसके बाद इनकी जमीन फोरलेन में अधिग्रिहीत कर ली गई है। जिसके बाद इनके जमीनों का भुगतान खरीददारों को न कर लेखपाल और विभाग के अधिकारियों ने कागजों में हेरफेर कर पुराने काश्तकार को 2 करोड़ का भुगतान कर डाला।
जिसकी जानकारी पर किसानों ने कई बार एडीएम और जिलाधिकारी के समक्ष आपत्ति भी डाली और कोई कारवाई नही होने पर प्रदर्शन भी किया। बावजूद इसके विभागीय अधिकारियों ने अब तक कोई कारवाई नहीं किया। ऐसा भी नही है कि यह एक या दो किसानों का मामला हो बल्कि ऐसे सैकड़ों किसान है जिनका विभागीय अधिकारीयो ने विपक्षियों से मिल मोटी रकम खाकर इस तरह के हेरफेर किये हैं जो रोजाना विभागीय कार्यालयों के चक्कर लगा रहे है।
इस मामले पर जब अपर जिलाधिकारी से बताया गया तो उन्होंने जांच का आश्वासन दिया। वही अगर विभागीय सुत्रो की माने तो जिन खातों में भुगतान के 2 करोड भेजे गये है उस पर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से रोक लगा जांच की कारवाई में जुट गई है। बाईट-मोती-पीड़ित किसान श्याम कुशवाहा-पीड़ित।