प्रकरण धानेपुर के गांव रेतवागाड़ा से जुड़ा है। यहां के निवासी ज्वाला सिंह के यहां कोई मांगलिक कार्यक्रम था जिसमें उनके लड़के विजयकान्त गांव के नाई छोटे लाल व राम कुमार को न्योता बांटने के लिए बुलाने गये तो इन लोगों द्वारा दुकान पर व्यस्थता की बात बता कर न्योता बांटने से इन्कार कर दिया। आरोप यह कि यह लोगों उस समय तो वापस चले आये लेकिन कुछ देर के बाद दुकान से छोटे लाल व राम कुमार को पकड़ लाये और अपने घर पर एक कमरे में बन्द कर जमकर पिटाई की। छोटे लाल के अनुसार पिटाई के वक्त रामकुमार बेहोश हो गया, तो उसे पीएचसी पर लाकर दवा करायी। होश में आने पर घर छोड़ कर भाग गये। जब पीड़ित किसी तरह थाने पहुंचा तो पुलिस सांय तक रोक कर पुनः पीएचसी पर लाई जहां डाक्टरों ने घायलों को जिला अस्पताल रेफर कर दिया।
पुलिस ने चार बार बदलवाया तहरीर
अपनी मित्र पुलिस पीड़ित की तहरीर पर तब तक मुकदमा नहीं लिखती है। जब तक तहरीर उसके मनमाफिक न हो जाये। छोटे लाल की तहरीर को धानेपुर पुलिस ने चार बार बदलवाया। जब घर जलाने वाली बात व अमुक व्यक्ति का नाम हटा दिया तब पुलिस ने तहरीर ली।
एसपी ने सीओ को दिये जांच के आदेश
पीड़ितों को अब सिर्फ एसपी से ही न्याय मिलने की उम्मीदें हैं। मामला पुलिस अधीक्षक के संज्ञान में आने पर उन्होंने सीओ मनकापुर शंकर प्रसाद को जांच कर घटना सही पाये जाने पर मुकदमा में समुचित धारा बढ़ाने के निर्देश दिये है।इसलिए अब पीड़ितों को देर सबेर न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।