गोंडा जिले के देहात कोतवाली के गांव बेसिया चैन की रहने वाली गुड़िया नाम की एक महिला ने ससुर और देवर से जमीनी विवाद के चलते पति को परदेस कमाने के लिए भेज कर यहां पर उसके हत्या की झूठी कहानी रच कर पुलिस से शिकायत किया। पुलिस को मामले में शंका होने पर पुलिस ने महिला की प्राथमिक की दर्ज नहीं किया। उसके बाद महिला ने धारा 156 (3) के तहत न्यायालय का दरवाजा खटखटाया तो न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने ससुर और तीन देवर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। प्रकरण में जब पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू किया तो पुलिस के भी होश उड़ गए। पुलिस को पता चला कि जिसके हत्या की विवेचना कर रहे हैं। वह व्यक्ति गुजरात प्रदेश में मजदूरी करता है। पुलिस ने पति को गुजरात से गिरफ्तार किया तो सभी के होश उड़ गए। इस प्रकरण में जब पुलिस ने पति और उसकी पत्नी को न्यायालय में पेश किया तो न्यायालय ने पुलिस को दोषियों के खिलाफ कार्यवाई करने का निर्देश दिया।
न्यायालय के आदेश पर दर्ज हुआ था मुकदमा महिला ने न्यायालय में वाद प्रस्तुत कर गुहार लगाई तो न्यायालय ने ससुर और तीन देवर के खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने का आदेश दिया। न्यायालय के आदेश पर देहात कोतवाली पुलिस ने हत्या और सबूत मिटाने सहित विभिन्न धाराओं में ससुर ननके देवर अर्जुन, श्याम और आज्ञाराम के खिलाफ हत्या सहित विभिन्न धाराओं में मुकदमा पंजीकृत किया था।
एसपी बोले- ससुर और देवर को फसाने के लिए रची साजिश पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि कोतवाली देहात के गांव बेसिया चैन की रहने वाली गुड़िया पत्नी रामकरन ने न्यायालय के आदेश पर देहात कोतवाली में पति के हत्या और शव को गायब कर देने का मुकदमा ससुर और तीन देवर के खिलाफ दर्ज कराया था। इसकी गहनता से जांच की गई। जिस व्यक्ति की हत्या बताई गई थी। पुलिस ने उसे गुजरात से जीवित बरामद कर लिया है। रामकरन ने बताया कि वह गुजरात में मेहनत मजदूरी करता था। उसे न्यायालय के समक्ष पेश किया गया। जब पति पत्नी से गहनता से पूछताछ की गई। तो इन्होंने बताया कि पिता और भाइयों से जमीनी विवाद चल रहा था। पुलिस ने घटना का सफल खुलासा किया है।