यह है मामला गाड़ी लड़ने के बाद विधायक के भाई से कहासुनी होने पर युवक ने परिचित महिला व पुलिसकर्मियों को बुला लिया। आरोप है कि थाने में पहुंचे दो दरोगा व तीन सिपाही ने रमाशंकर के मित्र को पीट दिया। विरोध करने पर उन्हें थाने उठा ले गए और थानेदार के सामने भी डंडे से पिटाई कर दी। भाई की पिटाई की जानकारी होने पर शाम को भाजपा नेताओं के साथ विधायक महेंद्र पाल एसएसपी से मिले। उनकी मौजूदगी में भाई ने पिटाई करने वाले पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने के लिए तहरीर दी। रामशंकर ने एसएसपी को बताया कि वह अपने दोस्त राहुल गुप्ता के साथ मेडिकल कालेज जा रहा था। तभी अचानक उनकी गाड़ी की टक्कर एक स्कूटी सवार से हो गई जिससे बंफर टूट गया।
रमाशंकर ने बताया कि टक्कर लगने पर उसने युवक से बात की तो युवक ने फोन कर एक महिला को बुला लिया। युवती के फोन करने पर शाहपुर थाने में तैनात दरोगा रवि प्रकाश यादव व सिपाही अनिल पहुंच गए। आरोप है कि आते ही इन लोगों ने राहुल को गाली देना शुरू कर दिया। विधायक और उसके दोस्त ने इस बात का विरोध किया तो रवि प्रकाश ने थाने फोन कर दारोगा छोटेलाल व दो सिपाहियों को बुला लिया। उनके साथ दोनों को कार समेत थाने लेकर चले गए और यहां थानेदार सुधीर सिंह की मौजूदगी में पिटाई शुरू कर दी। इस दौरान एक अन्य दरोगा छोटेलाल ने उसका साथ दिया। इसकी जानकारी उन्होंने अपने विधायक भाई को दी लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।
एसएसपी आवास पर भाजपा नेताओं का जमावड़ा पिटाई होने की खबर मिलने के बाद पिपराइच के विधायक महेंद्र पाल, भाजपा के क्षेत्रीय अध्यक्ष डा. धर्मेंद्र सिंह, मंत्री प्रदीप शुक्ला, हिंदू युवा वाहिनी के जिलाध्यक्ष आनंद शाही व समर्थकों के साथ एसएसपी के कैंप कार्यालय पहुंच गए। एसएसपी ने जांच कराकर कार्रवाई करने का भरोसा दिया लेकिन नेता मुकदमा दर्ज करने की मांग पर अड़े रहे। करीब तीन घंटे तक एसएसपी के कैंप कार्यालय पर भाजपा नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। उधर, घटना की जानकारी मिलने पर एसएसपी जोगेंद्र कुमार ने आरोपित दरोगा रवि प्रकाश को निलंबित और उसका साथ देने वाले दरोगा छोटेलाल को लाइन हाजिर कर दिया। जबकि शाहपुर थानेदार के भूमिका की जांच चल रही है।