बुधवार को शव वापस आने के बाद शाहपुर थाना क्षेत्र के जटेपुर कालोनी में स्थित मायके में रह रही रवि की पत्नी ज्योति और अन्य लोग सिविल लाइन के हरिओम नगर पहुंचकर सड़क पर प्रदर्शन करने लगे।
जानकारी होने पर कैंट थाना प्रभारी रणधीर मिश्रा ने कार्रवाई का आश्वासन दिलाते हुए लोगों को शाहपुर थाने पहुंचाए। जहां पुलिस ने तहरीर लेकर परिजन को शांत कराया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
रवि की पत्नी ज्योति ने बताया कि वह पति के साथ शाहपुर के जटेपुर कालोनी में स्थित मायके में रहती थी। उसके पति यहीं पर काम करते थे। इसी बीच एक युवक से पति की मुलाकात हुई। वह बताया कि वह बेरोजगारों को विदेश भेजता है। झांसे में आने के बाद पति ने तीन लाख रुपये की व्यवस्था कर उसे दिया।
कुछ दिन बाद उसने टूरिस्ट वीजा पर पति को मलेशिया भेज दिया। एयरपोर्ट पहुंचने पर वह गिरफ्तार हो गए और छह माह तक मलेशिया जेल में बंद रहे। छूटने के बाद जब वह वापस आकर आरोपित से रुपये मांगे तो उसने दो माह में पुन: वीजा देकर वियतनाम भेजने का आश्वासन दिया।
15 मार्च 2024 को पिपराइच थाना क्षेत्र के बंचरा निवासी अपने रिश्तेदार के साथ पति को वियतनाम भिजवा दिया। वहां पहुंचने के बाद पति ने फोन कर बताया कि उसे प्रताड़ित किया जा रहा है। जिसके साथ उसे भेजा गया है वह उसकी हत्या करना चाहता है। 6 अप्रैल 2024 को वह दिनभर उसे पीटा है।
अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है। इसी बीच 11 अप्रैल को पति की अस्पताल में मौत हो गई। वहां से शव लाने का प्रयास किया गया लेकिन सफलता नहीं मिली। सांसद रविकिशन शुक्ल की मदद से पति का शव दिल्ली आया। इसके बाद यहां लाया गया है।
सीओ गोरखनाथ योगेंद्र सिंह ने बताया कि पीड़ित परिवार की तहरीर पर शाहपुर पुलिस कार्रवाई कर रही है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट और जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।