दरअसल मंडपा गांव में बीती देर रात पुलिस एक आरोपी को पकड़ने गई थी। आरोपी पर एक फाइनेंस कंपनी का बकाया था। बकाया नहीं चुकाने पर दनकौर कोतवाली के दरोगा दो सिपाहियों को लेकर फाइनेंसर और गारंटर के साथ आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पहुंचे। लेकिन जैसे ही पुलिस ने आरोपी युवक को गिरफ्तार किया परिजनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिससे मौके पर भारी ग्रामीण पहुंच गए और पुलिस टीम पर हमला बोल दिया। साथ ही आरोपी है कि दरोगा के साथ मारपीट भी की गई इसके बाद आरोपी युवक को उन्होंने छुड़ा लिया।
वहीं खबरों के मुताबिक हमले के दौरान एक दरोगा की वर्दी भी फट गई। साथ ही लोगों ने दरोगा पर केरोसिन का तेल छिड़कर आग लगाने की कोशिश की। ग्रामीणों का गुस्सा बढ़ता देख पुलिस टीम ने अन्य फोर्स को भी मौके पर बुला लिया। इस दौरान पुलिस ने कई लोगों को हिरासत में ले लिया। हालांकि, दरोगा के साथ हुई घटना से दनकौर कोतवाली पुलिस इनकार कर रही है।
वहीं आरोपी पक्ष का कहना है कि पुलिस ने उनके घर में पहुंचकर तोड़फोड़ की थी। साथ ही परिवार के लोगों के साथ मारपीट भी की। वहीं दनकौर कोतवाली के कार्यवाहक प्रभारी सतपाल सिंह का कहना है कि मंडपा गांव में फाइनेंसर और गारंटर की पिटाई की गई। पुलिस बल के साथ कोई विवाद नहीं हुआ है। यदि पीड़ित फाइनेंसर की ओर से मामले की शिकायत की गई, तो पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।