दरअसल, नोएडा पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा जनपद की अलग-अलग हाउसिंग सोसायटियों और आवासीय सेक्टरों में घोषणा की जा रही है। जिसमें लोगों से अपील की जा रही है कि वह लॉकडाउन का पालन करें और अपने घरों से न निकलें। शुक्रवार को भी इस तरह की सूचना प्रसारित की गई है। जिसमें अधिकारियों द्वारा कहा गया है कि जनपद में लॉकडाउन से जुड़े नियमों को और भी सख्त किया जा रहा है। जिसके बाद अब अगर कोई महिला घर से बाहर निकलती है और उसके साथ बच्चे हैं तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज की जाएगी।
आपातकालीन परिस्थिति व सामान लेने एक ही सदस्य निकलें अधिकारियों का कहना है कि लोगों से सख्ती से कहा गया है कि वह अपने घरों से बेवजह न निकलें। तभी कोरोना वायरस से निपटा जा सकता है। हालांकि अगर किसी के सामने आपातकालीन परिस्थिति होती है या उन्हें अपने घरों का कोई जरूरी सामान लाना है तो परिवार का एक ही आदमी बाहर जा सकता है। वह भी आसपास की दुकान आदि पर। इसका उल्लंघन कोई करता है तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाएगी।
जनपद में यूपी के सबसे अधिक केस गौरतलब है कि गौतमबुद्ध नगर जिले में अब तक 58 कोरोना के मरीज सामने आ चुके हैं। जो कि उत्तर प्रदेश में सबसे अधिक हैं। इनमें सबसे अधिक के नोएडा की सीजफायर कंपनी से जुड़े हैं। जिसके खिलाफ कार्रवाई करते हुए जिला स्वास्थ्य विभाग ने एफआईआर भी दर्ज कराई है। वहीं जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है कि अभी तक जनपद में 8 मरीज ठीक होकर अपने घर जा चुके हैं। अन्यों का इलाज किया जा रहा है।