मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक लिमोस की कंपनी ने निवेशकों को प्रलोभन दिया था कि वो उनके यहां निवेश करें तो भारी रिटर्न देगा। लिमोस ने 25 हजार डॉलर के निवेश पर 120 प्रतिशत का न्यूनतम सालाना रिटर्न देने का वादा किया था। लेकिन अब ये धोखेबाजी सामने आने पर लेने के देने पड़ गए।
लिमोस और उसके अकाउंट विशेषज्ञ के अलावा उनकी पत्नी वलानी पर भी केस दायर किया गया है। उन पर आरोप है कि वो सील ऑफिस में गैरकानूनी रूप से घुसकर, दस्तावेज ले गई।
इस मामले में लिमोस को सबसे पहले 2016 के दिसंबर में गिरफ्तार किया गया था। हालांकि बाद में उसे जमानत पर रिहा कर दिया गया था। इसके बाद जनवरी में फिर उसे गिरफ्तार किया गया। साथ ही उसके अकाउंट स्पेशलिस्ट को फरवरी में दुबई एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया था।
गौरतलब है कि इन्वेस्टमेंट के पर धोखाधड़ी और जालसाजी करने वालो को इस सजा से सबक लेना चाहिए। भारत में भी इस तरह के अनगिनत केस पड़े हैं, लेकिन इतनी ठोस कार्रवाई के अभाव में यहां ये चलन थमने का नाम नहीं ले रहा है।