गुना। शहर में रविवार को मुनिसंघ की भव्य आगवानी की गई। इस दौरान शहर में जुलूस निकाला। श्रद्वालुओं ने उनकी आरती उतार कर आर्शीवाद लिया। मुनि अभय सागर, प्रभात सागर, सागर महाराज का आगमन हुआ। इस मौके पर शहर में पूर्व से विराजमान मुनि विनीत सागर एवं चंद्रप्रभ सागर महाराज का वात्सल्य मिलन हुआ। मुनि अभय सागरजी महाराज का ससंघ राजस्थान से विहार करते हुए शहर पहुंचा है।
नगर में मुनिसंघ की जगह-जगह आरती उतार कर एवं पाद प्रक्षालन किया। इस मौके पर कुशमौदा स्थित नेमीनाथ जिनालय से सुबह 7:30 बजे मुनिसंघ की समाजबंधुओं ने आगवानी की और एक भव्य जुलूस जयस्तंभ चौराहा, सदर बाजार, नीचला बाजार, बताश गली होते हुए चौधरी मोहल्ला स्थित संतनिवास पहुंचा। यहां पंच मुनिराजों ने धर्मोपदेश दिया। इस मौके पर कलेक्टर राजेश जैन, विधायक पन्नालाल शाक्य एवं नपाध्यक्ष राजेन्द्र सिंह सलूजा ने मुनिसंघ की आगवानी कर नगर में ग्रीष्मकालीन समय में रुकने का निवेदन किया।
कार्यक्रम का शुभारंभ पाठशाला की बहनों ने मंगलाचरण कर किया। आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज के चित्र का विमोचन एवं दीप प्रज्जवलन शिवपुरी, कोलारस से आए श्रद्धालुओं ने किया। इसके बाद हधर्मसभा को संबोधित मुनिश्री सागर जी महाराज ने कहा कि मुनि दीक्षा के बाद शहर में पहली बार आना हुआ है।
यहां पूर्व से विराजमान तपस्यी मुनिराजों के दर्शन कर प्रसन्नता हुई। वहीं मुनिश्री चंद्रप्रभ सागर महाराज ने कहा कि आचार्यश्री विद्यासागरजी महाराज को गुना में लाना है तो पुरूषार्थ करना होगा। मुनिश्री प्रभात सागरजी महाराज ने कहा कि हमें राजस्थान की ओर जाने का आदेश गुरूजी से मिला था कि अचानक यहां आने का आदेश हुआ। इस मौके पर मुनिद्वय अभय सागरजी एवं विनीत सागरजी महाराज ने भी संबोधित करते हुए कहा कि जैन समाज पुरूषार्थ करे तो अच्छे दिन जल्द आएंगे और आचार्य विद्यासागरजी महाराज का नगर में चरण शीघ्र पड़ेंगे।