चंडीगढ़. हरियाणा में कांग्रेस विधायक दल का नेता कौन होगा, इसका फैसला अब कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी करेंगी। चंडीगढ़ में विधायक दल नेता चुनाव के लिए बुलाई गई बैठक महज औपचारिकता साबित हुई। हरियाणा कांग्रेस मुख्यालय में दिनभर बैठकों का दौर चलता रहा।
कुमारी शैलजा की अध्यक्षता में हुई पहली बैठक में कांग्रेस के चुने हुए 30 विधायक शामिल हुए। हालांकि इसमें कुलदीप बिश्नोई ने भाग नहीं लिया। बैठक में कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद तथा पर्यवेक्षक के रूप में पहुंचे पार्टी महासचिव मधुसूदन मिस्त्री ने भाग लिया। कुमारी शैलजा तथा आजाद ने सभी विधायकों से व्यक्तिगत मुलाकात कर न केवल चुनाव के संबंध में फीडबैक लिया, बल्कि आगामी रणनीति पर भी चर्चा की।
बेनतीजा रही बैठक
यह भी पढ़ें 262 पूर्व विधायकों को 23 करोड़ और जेल में बंद पूर्व सीएम को 2.22 लाख रुपए पेंशन
सूत्रों के अनुसार पार्टी नेताओं की इस व्यक्तिगत मुलाकात के दौरान लगभग सभी विधायकों ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा को विधायक दल का नेता बनाए जाने की इच्छा व्यक्त की। इसके बावजूद बैठक में कोई फैसला नहीं हो सका। इसके चलते सभी विधायकों ने प्रस्ताव पारित कर विधायक दल के नेता की नियुक्ति के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को अधिकृत किया गया।
बैठक की कार्यवाही सोनिया को भेजेंगे
यह भी पढ़ें 700 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ गुरुग्राम इंडस्ट्रीज को
दिलचस्प बात यह है कि बैठक में मौजूद 31 में से 30 विधायकों में करीब 26 विधायक हुड्डा गुट के थे। इसके बावजूद हुड्डा के संबंध में कोई फैसला नहीं हो सका। इस बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं विधायक रघुबीर सिंह कादयान ने बताया कि विधायकों की पहली बैठक वरिष्ठ नेताओं के साथ व्यक्तिगत रूप से हुई है। इसके बाद कांग्रेस अध्यक्ष ने एजेंडे की जानकारी दी। सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से विधायक दल का नेता नियुक्त करने के संबंध में फैसला सोनिया गांधी पर छोड़ दिया है।