मुख्यमंत्री ने कहा कि बाढ़ प्रभावित ( flood Affected ) लोगों को पर्याप्त सेवा और मदद मिले, यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने प्रत्येक जिले में नियंत्रण कक्ष स्थापित करने को भी कहा। बाढ़ प्रभावित इलाकों में पूरी तरह स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों।उ पायुक्तों को राहत व बचाव के लिए निरंतर एनडीआरएफ ( NDRF ) और एसडीआरएफ ( SDRF ) के संपर्क में रहने को कहा गया है। साथ ही लोगों के जानमाल की सुरक्षा के लिए पुलिस को बाढ़ प्रभावित इलाकों में लगातार निगरानी रखने को कहा है। समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने काजीरंगा ( Kajiranga ) और मानस राष्ट्रीय उद्यानों की बाढ़ के दौरान की तैयारियों की समीक्षा की।
समीक्षा बैठक में सीएम ने दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने सभी को टीम असम के रूप में काम करने को कहा। केंद्रीय जल आयोग के अनुसार ब्रह्मपुत्र जोरहाट के निमातीघाट और तेजपुर में, दिखौ नदी शिवसागर में, धनसिरी नदी गोलाघाट जिले के नुमलीगढ़ और जियाभराली शोणितपुर में पुठीमारी कामरूप में और बेकी नदी बरपेटा में खतरे के निशान के ऊपर बह रही है। 17 जिलों के 41 राजस्व सर्कल के 749 गांवों के 4 लाख 23 हजार 386 लोग प्रभावित हुए हैं। वहीं 16,730 हेक्टेयर फसल को नुकसान हुआ है। प्रभावित लोगों के लिए 11 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं वहीं 42 राहत वितरण केंद्र स्थापित किए गए हैं।