YouTube से सीखकर पाया बड़ा मुकाम, जिमनास्टिक में असम को दिलाया Bronze Medal
सीएम को दिखाए काले झंडे, जलाया पुतला…
इधर असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल डेढ महीने बाद अपने घर डिब्रुगढ़ के मुलकगांव में बिहू मनाने गुवाहाटी से डिब्रुगढ़ के मोहनबाड़ी हवाईअड्डे तक हेलीकाप्टर से पहुंचे। वहां से वे मुलकगांव सड़क के रास्ते गए तो उन्हें अखिल असम छात्र संघ (आसू) के सदस्यों के काले झंडे का सामना करना पड़ा। यही नहीं डिब्रुगढ़ में पचास फुट ऊंचा मुख्यमंत्री का पुतला बनाकर उसमें तेरह अन्य चेहरे लगाए गए। इनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, असम के वित्त मंत्री डॉ.हिमंत विश्व शर्मा समेत कई विधायकों के चेहरे थे। इसे बाद में फूंका गया। आसू ने कहा कि यह आज के रावणों का वध है। यह बिहू के लिए मुख्यमंत्री को उपाहार है। रावण अहंकार के चलते मरा था। यह भी अहंकार के चलते सत्ता से बाहर होंगे। इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं संग्रामी लोगों के प्रति श्रद्धा रखता हूं। उन लोगों ने ही मुझे मुख्यमंत्री बनाया है। उनके सुझावों के अनुसार ही हम चलेंगे।
आसू बना सकता है नई पार्टी…
आसू ने अपने गुवाहाटी मुख्यालय शहीद भवन में मेजी में सीएए की प्रतियां फूंकी। इसके बाद आसू के मुख्य सलाहकार डॉ.समुज्जवल भट्टाचार्य ने कहा कि असम के प्रत्येक घर में सीएए की प्रतियां मेजी में जलाई गई है। हम इस आग से संस्कृति को सीएए से बचाने के लिए शक्ति पाएंगे। वहीं आसू के अध्यक्ष दीपांक कुमार नाथ ने कहा है कि फरवरी के बाद आसू के नेतृत्व में क्षेत्रीय पार्टी के गठन की प्रक्रिया शुरु की जाएगी। असम की जनता ऐसे ही एक शक्ति की बात महसूस करने लगी है। यह
विकल्प राजनीतिक शक्ति केंद्र से अपने मुद्दों पर लडेगी।