कामाख्या मंदिर प्रबंधन के अनुसार 22 जून की रात 9 बजकर 27 मिनट और 54 सेकेंड पर प्रवृति शुरु होगी और 26 जून की सुबह 7बजकर 51 मिनट 58 सेकेंड पर निवृति होगी। 22 जून के अपराह्न 4 बजे से कामाख्या मंदिर के द्वार बंद हो जाएंगे। 26 जून को देवी के पूजा स्नान के बाद द्वार खुलेंगे। मान्यता है कि इस दौरान देवी रजस्वाला होती है।
श्रद्धालुओं के लिए गई यह व्यवस्था
असम पर्यटन निगम के अध्यक्ष जयंतमल्ल बरुवा ने बताया कि इस बार प्रशासन ने श्रद्धालुओं के ठहरने के लिए पांच शिविर लगाए हैं। शिविर नाहरबाड़ी,बारीपाड़ा,कामाख्या स्टेशन,फैंसी बाजार और पांडू में स्थापित किए गए हैं। असम राज्य परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक आनंद प्रकाश तिवारी ने बताया कि विभिन्न शिविरों से सुबह पांच बजे से रात एक बजे तक निगम अस्सी बसें पांच-पांच मिनट के अंतराल में मंदिर तक चलाएगा। साथ ही 20 मेट्रो टैक्सियां बच्चों,वृद्धों और दिव्यांगों के सुविधा के लिए कामाख्या पहाड़ी के नीचे से मंदिर तक चलाई जाएगी।
कामरुप मेट्रो के उपायुक्त वीरेंद्र मित्तल ने कहा कि इस बार मेले को प्लास्टिक मुक्त करने का प्रयास किया गया है। साथ ही वीवीआईपी कल्चर को खत्म करने के लिए सबको सहयोग करने की अपील की गई है। इसके लिए विशेष पास न मांगने के लिए अनुरोध किया गया है। इस बार रात 12 बजे बाद प्रशासन भक्तों का मंदिर में प्रवेश बंद करेगा। यह सुबह पांच बजे तक जारी रहेगा। साफ-सफाई के लिए यह कदम उठाया गया है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम, सोशल साइटस पर भी नजर बनाए हुए है पुलिस
गुवाहाटी के पुलिस आयुक्त हीरेन नाथ ने कहा कि कामाख्या को सुरक्षा के लिए 14 भागों में विभक्त किया गया है। मुख्य छह विभागों की जिम्मेवारी पुलिस अधीक्षक स्तर के अधिकारियों को सौंपी गई है। सिविल ड्रेस में भी पुलिस जवानों को तैनात किया जाएगा। कोई भी सामान की चोरी न हो इसके लिए क़ड़ी नजर रखी जाएगी। कोई भी वीआईपी गाड़ी ले जाने का अनुरोध नहीं कर सकता। मंदिर परिसर में महानगर पुलिस का कंट्रोल रुम रहेगा। अनजान लोगों से खाना न लेने की अपील भी पुलिस आयुक्त ने की। कामाख्या मंदिर तक कोई खाद्य सामान नहीं ले सकता। शराब पीनेवाले लोगों पर पुलिस कार्रवाई करेगी। वहीं राज्य के पुलिस महानिदेशक कुलधर सैकिया ने कहा कि अंबुवासी मेले को ध्यान में रखकर पूरे राज्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।प्रतिबंधित आतंकी संगठन उल्फा के फेसबुक पर कड़ी नजर रखी जा रही है। अकाउंट बंद करने के लिए फेसबुक प्रबंधन के साथ संपर्क किया गया है।