ये सभी एसिम्प्टमैटिक हैं, जिससे कोरोना संक्रमण का घातक असर अब तक किसी पर भी सामने नहीं आया है। शहर में कोरोना वैक्सीनेशन महाभियान शुरू होने के बाद अब तक 42 लाख से ज्यादा लोगों को वैक्सीन के डोज लग चुके हैं। इसमें 14 लाख से ज्यादा ने दूसरा डोज भी ले लिया है।
सामने नहीं आए लक्षण
महू में अब तक सेना के अब तक जितने भी लोगों में संक्रमण सामने आया है, उनमें से किसी में भी सर्दी-बुखार या अन्य किसी तरह के लक्षण नहीं दिखे हैं। करीब 115 लोग सैन्य गतिविधियों के चलते अन्य प्रदेश से होकर लौटे थे। उनमें से दो लोग दिल्ली पहुंचे थे, जिनका स्वास्थ्य खराब होने पर जांच में कोरोना निकला था। इसके बाद अलर्ट मिलते ही महू पहुंचे सेना के अन्य अफसरों के सैंपलों की जांच की गई, जिनमें संक्रमण का असर तो नहीं दिखा, लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव आई।
फिलहाल सभी को किया क्वॉरंटीन
महू में जितने भी सैनिक अफसर बाहर से लौटे हैं, उन सभी को मिलिट्री अस्पताल में क्वॉरंटीन किया है। साथ ही अन्य आम लोगों का भी क्षेत्र में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया है। इनमें से किसी में भी फिलहाल कोरोना का कोई गंभीर लक्षण सामने नहीं आया है। इसके चलते माना जा रहा है, वैक्सीन के दोनों डोज लेना सभी के लिए फायदेमंद रहेगा।
दोनों डोज लेना जरूरी
महू में जितने भी सैनिक अफसर कोरोना पॉजिटिव पाए गए, वे सभी कोरोना वैक्सीन के दोनों डोज ले चुके हैं। ऐसे में किसी पर भी संक्रमण का गंभीर असर न दिखाई देना यह साबित करता है कि वैक्सीन के दोनों डोज लेना जरूरी है।
-डॉ. अमित मालाकार, कोविड-19 नोडल अधिकारी