सीएम के साथ ग्वालियर रेंज के पुलिस अफसरों की पहली बैठक थी। उम्मीद थी ग्वालियर में पुलिस कमिश्नरेट प्रणाली लागू करने का मुद्दा उठ सकता है। इसलिए अफसर हर एंगल पर तैयारी कर बैठक में पहुंचे थे। लेकिन जिले में कमिश्नरेट की बात पर ज्यादा जोर नहीं दिखा। सीएम यादव ने ग्वालियर पुलिस को पहली बैठक में इंदौर पुलिस कमिश्नरेट डयूटी में भेजे 80 जवानों को वापस भेजने का आदेश देकर राहत भी दी। यह पुलिसकर्मी पिछले दो साल से इंदौर में तैनात हैं। सीएम यादव ने कहा यह चलन अब नहीं चलेगा। इंदौर पुलिस को फोर्स मुहैया कराया जाएगा। देा साल से घर से दूर इंदौर डयूटी में तैनात जवान घर लौटेंगे। उनकी वापसी से ग्वालियर में भी फोर्स की कमी दूर होगी।
मीटिंग में अहम मुद्दा यातायात का भी रहा। सीएम यादव के सामने बात आई कि शहर में यातायात की स्थिति ठीक नहीं है। शहर महानगर तो हो गया, लेकिन ट्रैफिक इंतजाम उस हिसाब से नहीं है।
ट्रैफिक सुधारने की प्लानिंग, जमीन रिजर्व करो सीएम डा. यादव ने पुलिस अधिकारियों से कहा शहर की पहचान ट्रैफिक इंतजाम से भी होती है। इसे सुधारने के लिए बेहतर प्लानिंग करो। लोगों को जाम से निजात मिलना चाहिए। इसके अलावा उन्होंने पुलिस अफसरों से कहा नेशनल हाइवे समेत जिला और शहर को जोडऩे वाले दूसरे रास्तों पर पुलिस की मौजूदगी होना चाहिए। इसलिए इन रास्तों पर थाना, पुलिस चौकी और बटालियन के लिए जमीन आरक्षित कराओ। बैठक में एडीजी डी.श्रीनिवास वर्मा, डीआइजी कृष्णावेनी देशावतु,ग्वालियर एसएसपी राजेश चंदेल सहित शिवपुरी, गुना और अशोक नगर के पुलिस अधीक्षक मौजूद थे।