स्मार्ट सिटी से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि प्रतिदिन दो से ढाई हजार लोग एवरेज 50 किमी साइकिल चला रहे हैं। इससे कार्बन उत्सर्जन में कमी आई है। साइकिलिंग के दौरान राइडर द्वारा स्वयं भी ऐप के माध्यम से इसका अध्ययन किया जा सकता है। ऐप में यह सुविधा दी गई है कि आपके द्वारा चलाई गई साइकिल से कितना कार्बन उत्सर्जन बचा है। 4 किलोमीटर साइकिल चलाने पर ऐप एक किलो कार्बन उत्सर्जन कम होना दर्शाता है।
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स्टैंड पर साइकिलें फ्री नहीं
शहर के ज्यादातर साइकिल स्टैंड पर साइकिल फ्री नहीं रहतीं उन्हें कोई न कोई चलाने के लिए ले जाता है। साइकिलिंग का शौक युवाओं में जबर्दस्त देखा जा रहा है। कोङ्क्षचग सेंटर के बाहर बने स्टैंडों पर छात्रों की भीड़ लगी रहती है।
3600 किलो कैलोरी हो रही बर्न
बाइक शेयरिंग से लोगों के स्वास्थ्य पर सीधे प्रभाव पड़ रहा है। ऐप के माध्यम से किए गए अध्ययन से पता चला है कि प्रतिदिन साइकिल चलाने वाले दो से ढाई हजार लोगों की कुल 3600 किलो कैलोरी बर्न हो रही है।
अच्छा रिस्पॉन्स
बाइक शेयरिंग का रिस्पॉन्स अच्छा आया है। प्रतिदिन एक एवरेज में 375 किलो कार्बन उत्सर्जन कम हो रहा है। वहीं दो हजार लोगों द्वारा साइकिलिंग किए जाने पर 3600 किलो कैलोरी बर्न होती है, जो स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए अच्छा है।
अंकित शर्मा, कार्यपालन यंत्री, स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट