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ग्वालियर

बुक स्टोर्स पर नहीं थी रेट लिस्ट चस्पा, एमआरपी पर बेच रहे किताबें

कई दुकानें बंद मिलीं, तो कई पर किताबें नहीं थीं, जिससे अभिभावक परेशान होते दिखे। दुकानों पर रेट लिस्ट भी चस्पा नहीं थी और एमआरपी पर ही किताबें बेची जा रही थीं

ग्वालियरApr 06, 2019 / 07:56 pm

Rahul rai

book stors

बुक स्टोर्स पर नहीं थी रेट लिस्ट चस्पा, एमआरपी पर बेच रहे किताबें

ग्वालियर। निजी स्कूलों द्वारा सिलेबस खरीदी के लिए प्रशासन को दिए गए तीन-तीन बुक स्टोर की जांच के लिए शिक्षा विभाग की छह टीमें शहर में घूमीं। इस दौरान कई दुकानें बंद मिलीं, तो कई पर किताबें नहीं थीं, जिससे अभिभावक परेशान होते दिखे। दुकानों पर रेट लिस्ट भी चस्पा नहीं थी और एमआरपी पर ही किताबें बेची जा रही थीं। टीमों में हायर सेकंडरी स्कूल के प्राचार्य और डीपीसी शामिल थे। इनके द्वारा की गई जांच में बुक स्टोर से स्कूल संचालकों की सांठगांठ सीधे तौर पर नजर आई।
थाटीपुर झबर स्टेट स्थित जुपीटेर बुक स्टेशनरी पर गोला का मंदिर क्षेत्र में संचालित आईएटीएस स्कूल ने सिलेबस मिलने की जानकारी प्रशासन को दी। यहां प्राचार्य पीसी गुप्ता के नेतृत्व में टीम पहुंची तो दुकान बंद मिली। आसपास दुकान मालिकों से बुक स्टोर खुलने की जानकारी ली तो बताया गया कि दुकान कभी-कभी ही खुलती है। दुकान मालिक एक, दो घंटे ही बैठता है। इसके बाद टीम थाटीपुर स्थित रीडर्स बुक एवं यूनिफॉर्म पर पहुंची। यहां रेडियंट स्कूल व आरकेवीएम स्कूल का सिलेबस था। यहां, दुकानदार द्वारा डिस्काउंट नहीं दिया जा रहा था। टीम मयूर मार्केट सक्षम प्लाजा स्थित अरूणा बुक सेंटर पर पहुंची, यहां ग्वालियर ग्लोरी, सेवन आई वल्र्ड, लिटिल एंजल, ऑक्सफोर्ड, रामश्री किडस, बुड स्टोक, सेंट टेरेसा स्कूल की किताबें बेची जा रही थीं, दुकान पर ग्राहकों की भीड़ थी। दुकानदार द्वारा उपभोक्ता नियमों का पालन नहीं किया जा रहा था, रेट लिस्ट चस्पा नहीं थी। दुकानदार सिलेबस का सेट भी नहीं दिखा सका। दुकान पर काम करने वाले कर्मचारियों का पुलिस वेरिफिकेशन भी नहीं कराया गया था।
अभिभावक खाली हाथ लौटे
प्राचार्य संजय निगम के नेतृत्व में गठित टीम रॉक्सीपुल स्थित मारुति बुक स्टोर पर पहुंची, यहां दून स्कूल में अध्ययनरत कक्षा छठवीं की छात्रा को लेकर पिता रामेश्वर आया। अभिभावक ने टीम को बताया कि स्कूल की ओर से इस बुक स्टोर का नाम दिया था, लेकिन इस पर बुक नहीं हैं। टीम ने दुकान मालिक से पूछा तो उसने किताबें खत्म होने की बात कही। इस बुक स्टोर पर भी लिस्ट चस्पा नहीं थी, न ही ग्राहकों को कोई डिस्काउंट दिया जा रहा था। टीम ने कंपू स्थित मॉर्डन बुक स्टोर व पुरानी छावनी स्थित महेश बुक स्टोर का भी निरीक्षण किया।
कौन सी टीम, कहां गई
प्राचार्य प्रवीण चंद्र गुप्ता, अरविंद पछवार द्वारा सीपी कॉलोनी में जय भोले भंडारी बुक स्टोर, आदर्श स्टेशनरी, प्राचार्य जेसी प्रजापति व रविंद्र शर्मा ने मुरार में बापू स्टेशनरी, गंभीर पुस्तक, बंसल पुस्तक सदन, बालाजी बुक हाउस, अग्रवाल बुक हाउस, बीआरसी राकेश नायक व हरीओम शर्मा ने आकाश पेपर मार्ट विक्टोरिया मार्केट, भवानी स्टोर विक्टोरिया मार्केट, चतुर्वेदी स्टेशनरी शब्दप्रताप आश्रम, बीईओ मुन्नालाल, एसके राजपूत, सुदीप भदौरिया ने न्यू भारतीय बुक राम मंदिर चौराहा, सीकेट पब्लिकेशन सेंट्रल मॉल अचलेश्वर रोड, पूनम ब्रदर्स राम मंदिर, कृष्णा बुक स्टोर्स पाटनकर चौराहा, बीईओ गोपाल परमार व संजय गुप्ता ने सागर बुक स्टेशनरी महाराज कॉम्पलेक्स डीडी नगर, नेहा एवं निशु बुक स्टेशनरी पिंटो पार्क, कीर्ति स्टेशनरी डीडी नगर, बीरू स्टेशनरी पिंटो पार्क, प्राचार्य रंजीत सिंह चौहान व संजय निगम महेश स्टेशनरी पुरानी छावनी, मॉडर्न बुक्स कंपू, न्यू प्रकाश कंपू मारुति पर जांच करने पहुंचे।
यह कमियां मिलीं
भवानी स्टोर पर सेंट पॉल स्कूल की किताबें बेचने की जानकारी दी गई थी, लेकिन यह दुकान लंबे समय से बंद पाई गई। सागर बुक स्टेशनरी डीडी नगर पर लिटिल एंजिल व देहली पब्लिक स्कूल की बुकें नहीं मिलीं। बुक स्टोर्स पर रेट लिस्ट चस्पा नहीं थी। किताबों के बिल पर्ची पर देकर कर चोरी करते हुए पाए गए। किताबें एमआरपी पर ही पालकों दी जा रही हंै।
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