13 बटालियन की पुरानी पुलिस लाइन में बुधवार को अनुराग राजावत (29) को पिता सुखवीर सिंह, छोटे भाई गोविंदा ने दोस्त भीमसिंह परिहार के साथ मिलकर मार डाला। अनुराग भोपाल पुलिस लाइन में आरक्षक चालक था। भाई दौज पर छुट्टी आया था।
अनुराग को शराब की लत थी। अनुराग की शादी नहीं हुई थी। इसके लिए माता पिता को जिम्मेदार मानता था। बुधवार सुबह अनुराग ने शराब पी फिर पिता को ताने मारे। कुछ देर तो सुखवीर और गोविंद ने सहन किया। अनुराग चुप नहीं हुआ तो गोविंद ने दोस्त भीमसिंह परिहार को बुलाया। तीनों तीनों (सुखवीर, गोविंद और भीमसिंह )ने मिलकर अनुराग के हाथ पैर बांधकर कमरे में पटक दिया।
चिल्लाया तो मुंह में कपड़ा ठूंसा, मार डाला कमरे में बंद करने पर अनुराग और भडक़ गया। जोर से चिल्लाया तो गोविंद ने उसके मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। गुस्से में बडे भाई का सिर पकड़ कर जमीन पर दे मारा। जोर की चोट में अनुराग की मौत हो गई। हत्या से तीनों डर गए तय किया लाश को छिपा रखो रात में फेंक देंगे। प्लान के मुताबिक रात एक बजे भीमसिंह बाइक लाया। सुखवीर ने बेटे की लाश उठवा कर बाइक पर रखी। गोविंद उसे पकड़ कर बैठा।
सिर झूलता देखकर रोका तो लाश फेंककर भागे पुलिस ने बताया गोङ्क्षवद और भीम सिंह लाश को बीच में रखकर ले जा रहे थे। लेकिन उसका सिर नहीं संभाल पाए। लाश का सिर एक तरफ झूल रहा था। बटालियन मैरिज गार्डन के रास्ते से हत्यारे लाश लेकर निकल रहे थे। उस दौरान गिरवाई थाने का हवलदार कमल राजावत और सिपाही गगन गुर्जर गश्त करते वहां से निकले। बाइक पर बीच में बैठे युवक का सिर एक तरफ लटका देखकर उन्हें शक इसलिए बाइक रोकने का इशारा किया तो भीसिंह और गोङ्क्षवद लाश को वहीं पटक कर भाग गए।
हत्यारोपी बोले तंग आकर हत्या सुबह लाश की पहचान होने पर हत्या का राज भी खुल गया। अनुराग की जान लेने में सुखवीर, गोङ्क्षवद और भीमसिंह ने खुलासा किया अनुराग मानता था माता पिता को उसकी चिंता नहीं है। पूरा पैसा बहन की शादी पर खर्च किया। छोटे बेटे गोविंद की तरफ उनका ध्यान है। बुधवार को अनुराग नशे में इन्हीं बातों को लेकर भडक़ा था। शादी कराने की जिद पर बुरा भला बोल रहा। चुप कराने की कोशिश में उसकी मौत हो गई।
पिता सहित तीनों आरोपी सिपाही की हत्या में उसका हवलदार पिता छोटा बेटा और उसका दोस्त शामिल है। तीनों को हिरासत में लिया है। आरोपियों ने पूछताछ में जुर्म स्वीकार किया है। अमृत मीणा एएसपी