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ग्वालियर

रिहायशी इलाके से नहीं हटवाए बिजली के खंभे, तो जा सकती है किसी की भी जान

रिहायशी इलाके से नहीं हटवाए बिजली के खंभे, तो जा सकती है किसी की भी जान

ग्वालियरJul 31, 2019 / 06:53 pm

Parmanand Prajapati

रिहायशी इलाके से नहीं हटवाए बिजली के खंभे, तो जा सकती है किसी की भी जान

रिहायशी इलाके से नहीं हटवाए बिजली के खंभे, तो जा सकती है किसी की भी जान

ग्वालियर. नगर निगम के अंतर्गत आने वाले सिंकदर कंपू क्षेत्र स्थित पटिया वाले मौहल्ले में रिहायशी इलाका होने के बावजूद भी सकरी गलियों में बिजली के खंभे लगवा दिए गए हैं, वहीं इन खंभों पर बिजली की केबिल काफी नीचे तक झूल रही हैं। जिनमें आए दिन स्पार्किंग होने के कारण हर समय हादसों का डर बना रहता है। इधर गलियों के बीचों-बीच खंभे लगे होने के कारण वाहन नहीं निकल पाते हैं। जिससे क्षेत्र के लोगों की समस्या और भी बढ़ जाती है। कई बार तो बीमारी से पीडि़त लोगों के लिए एम्बुलेंस बुलवाई जाती है तो मरीजों को गली से बाहर सडक़ तक लाना पड़ता है। क्योंकि खंभों के कारण एम्बूलेंस अंदर तक नहीं पहुंच पाती है। वहीं फायर ब्रिगेड का पहुंचन तो यहां पर संभव ही नहीं है। इस संबंध में स्थानीय लोगों द्वारा कई बार खंभों को शिफ्ट कराए जाने की मांग की जा चुकी है, लेकिन आज दिनांक तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

पटिया वाला मौहल्ला रिहायशी इलाकों में शामिल हैं, जहां की गलियां काफी सकरी हैं, इसके बावजूद भी विद्युत वितरण कंपनी द्वारा गलियों की बाहर ही जगह गली में ही सडक़ के बीचों-बीच बिजली के खंभे लगवा दिए गए हैं। वहीं इन्हीं खंभों पर ही एसएलडी बॉक्स लगे हुए हैं, साथ ही केबिलों का मकडज़ाल भी लगा हुआ है। ऐसे में जब भी लोड बढ़ता है तो केबिलों में फॉल्ट हो जाता है और स्पार्किंग होते ही चिंगारी निकलने लगती है। ऐसे में लोगों को दहशत के माहौल में घरों में दौड़ लगानी पड़ती है। सडक़ के बीचों-बीच लगे बिजली के खंभों को लेकर स्थानीय लोगों द्वारा कई बार विद्युत वितरण कंपनी के अधिकारियों को अवगत कराया गया है, कि इन खंभों को सडक़ के बीचों-बीच से हटाकर गलियों के बाहर शिफ्ट करा दिया जाए। लेकिन कंपनी द्वारा आज दिनांक तक कोई ध्यान नहीं दिया गया है। इसी के साथ ही स्थानीय लोगों द्वारा क्षेत्रीय विधायक को भी अवगत कराया जा चुका है, लेकिन उनके द्वारा आश्वासन तो दे दिया गया है, लेकिन अभी तक कोई निराकरण नहीं होने के कारण समस्या जस की तस बनी हुई है। गलियों में खंभे नहीं होने के कारण सबसे ज्यादा परेशानी प्रसुताओं को भुगतनी पड़ती है। क्योंकि इन खंभों के कारण एम्बुलेंस गली के अंदर तक नहीं पहुंच पाती है। वहीं खंभों पर झूल रही केबिलों के कारण बारिश के दिनों में करंट आने का भी डर बना रहता है। क्योंकि केबिलों में स्पार्किंग होने के बाद बिजली कर्मचारियों द्वारा कई दिनों तक केबिलों को दुरुस्त तक नहीं कराया जाता है।

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