ग्वालियर

फैकल्टी एक्सचेंज प्रोग्राम से शिक्षण में आएगी नवीनता

यू लिवेन यूरोप का रिसर्च बेस्ड सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी है, जिसमें लगभग 160 देशों के 9844 छात्र अध्ययनरत हैं। इसमें भारत के भी 560 छात्र अध्ययन कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य ऐसे टैलेंट व शोधार्थी के साथ काम करने का है, जिनसे समाज को चहुमुखी योगदान प्राप्त हो सके।

ग्वालियरFeb 15, 2019 / 08:09 pm

Harish kushwah

Faculty exchange program

ग्वालियर. यू लिवेन यूरोप का रिसर्च बेस्ड सबसे बड़ी यूनिवर्सिटी है, जिसमें लगभग 160 देशों के 9844 छात्र अध्ययनरत हैं। इसमें भारत के भी 560 छात्र अध्ययन कर रहे हैं। हमारा उद्देश्य ऐसे टैलेंट व शोधार्थी के साथ काम करने का है, जिनसे समाज को चहुमुखी योगदान प्राप्त हो सके। यह बात बेल्जियम से आए कैथोलिक यूनिवर्सिटी के वाइस रेक्टर प्रो. डॉ. पीटर लिवेंस और अकादमिक डिप्लोमेसी के हेड बार्ट हेंड्रिक्स ने कही। इस दौरान जीवाजी यूनिवर्सिटी और यू लिवेन यूनिवर्सिटी के बीच एमओयू साइन हुआ। जीवाजी यूनिवर्सिटी में गुरुवार को यूरोप के बेल्जियम से आए प्रतिनिधियों ने विश्वविद्यालय स्तर पर कई क्षेत्रों में सहयोग व साझेदारी को लेकर कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला के साथ चर्चा की।
डॉ. पीटर लिवेंस और हेड बार्ट हेंड्रिक्सने विज्ञान, इंजीनियरिंग, ह्यूमैनिटीज, चिकित्सा,फ ार्मास्युटिकल्स लॉ और समाजिक विज्ञान के क्षेत्र में शिक्षण अनुसंधान तथा सेवाओं में सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया। उनका उद्देश्य जेयू में विभिन्न विधाओं में ज्ञान हस्तांतरण कर छात्रों की क्षमताओं को बढ़ाना था। इसी के साथ अनुसंधान कार्य मे हो रहे नित नवीनताओं का आदान प्रदान करने के साथ फैकल्टी एक्सचेंज कार्यक्रम के तहत शिक्षण में नवीनता लाना था।
रहेगा कृत्रिम इंटेलीजेंस पर फोकस

विश्वविद्यालय में अंतरवैषयिक उपागम को अपनाते हुए शिक्षण में डिजिटलाइजेशन को बढ़ाकर तथा कृत्रिम इंटेलीजेंस के उपयोग से विश्वविद्यालय को श्रेष्ठ मानव संसाधन केंद्र बनाने का प्रयास किया जाएगा। चर्चा के तहत छात्रों को अपने कौशल, ज्ञान और अनुभवों को साझा किया जाना एक महत्वपूर्ण कदम होगा। जिससे उनमें क्षमता का विकास हो पाएगा। इस दौरान उद्यमिता विकास विषय पर भी दोनो के मध्य सकारात्मक चर्चा हुई।
 

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