विदित हो कि 10 अगस्त को रायरू निवासी राजवीर (50) पुत्र रोशनलाल कुशवाह साढ़े तीन बीघा खेत की रजिस्ट्री कराने मुरैना गया था। उनके साथ उनकी लड़की का ससुर नारायण सिंह , दामाद लक्ष्मण सिंह, लड़की रचना भी गए थे। पारोली से कल्लू गुर्जर की बोलोरो जीप से मुरैना गए थे। मुरैना से लौटते समय 10 अगस्त की शाम चालक कल्लू गुर्जर ने बानमोर में छह नंबर बस स्टॉप पर अचानक जीप रोक ली। राजवीर कुशवाह को वहां उतार दिया और जीप से सभी लोग पारोली गांव चले गए। परंतु रात तक राजवीर कुशवाह रायरू अपने घर नहीं पहुंचे तो उनकी तलाश की गई। रात भर उनको तलाशा लेकिन कहीं सुराग नहीं मिला। सुबह उनका शव टीकरी रिठौरा थाना क्षेत्र में बाइपास किनारे पड़ा मिला। भतीजे प्रेम सिह कुशवाह ने उसी दिन हत्या का आरोप लगाया था। और कहा था कि साढ़े तीन बीघा की रजिस्ट्री होनी थी। लेकिन सिर्फ सवा बीघा की हुई थी उनके पास सवा तीन लाख रुपए थे उसमें सवा लाख खर्च हो गए, दो लाख और बचे थे, वह राशि भी गायब है। संभवतह जिन लोगों ने हत्या की है, उन्होंने ही दो लाख रुपए लूट लिए होंगे। परंतु इस विंदु पर अभी तक काम नहीं कर सकी है।
पुलिस चालक से नहीं कर सकी पूछताछ किसान की मौत को एक सप्ताह हो गया लेकिन पुलिस अभी तक उस जीप के चालक से पूछताछ तक नहीं कर सकी है जिस पर परिजनों ने हत्या का शक जताया था। पीएम रिपोर्ट जरूर थाने पहुंच गई लेकिन अभी तक इस मामले में कोई उल्लेखनीय कार्यनहीं हो सका है।
पीएम रिपोर्ट में किसान की मौत दम घुटने से होना आया है लेकिन उनके गले पर निशान तक नहीं हैं फिर दम कैसे घुट गई इस विषय में चिकित्सक से और बात करेंगे। साथ ही जो एएसआई जांच कर रहे थे, वह छुट्टी चले गए हैं। अब मैं स्वयं जांच कर रहा हूं।
राजकुमार सिंह, थाना प्रभारी, रिठौरा