कर रहे खानापूर्ति
हाल ही में 16 जून को फिर से एफआइआर कराने के लिए बैंक के सीईओ ने पत्र लिखा है। सूत्र बताते हैं कि इस मामले में एक पूर्व मंत्री और विधायक का दबाव है, जिसकी वजह से अधिकारी सिर्फ कागजी खानापूर्ति करके समय पास कर रहे हैं। जबकि अन्य दोषियों पर प्रकरण दर्ज कराने में देर नहीं हुई थी।
इस तरह चल रहा निर्देशों का खेल…
– जनपद सीईओ के निर्देश: भितरवार जनपद सीईओ ने चीनोर शाखा प्रबंधक को शासकीय पत्र के जरिए 18 मई को लिखा था कि उर्वा सोसायटी पर फर्जी ऋणा वितरण के मामले में समिति प्रबंधक किशन बुधौलिया और तत्कालीन शाखा प्रबंधक प्रेमदत्त शर्मा के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कराएं। इसके बावजूद एफआइआर दर्ज नहीं कराई गई है।
– एसडीएम भितरवार के निर्देश: भितरवार एसडीएम ने 12 जून को एफआइआर कराने के लिए जिला सहकारी बैंक के मुख्य कार्य पालन अधिकारी को पत्र लिखा जिसमें कहा, उर्वा समिति प्रबंधक किशन बुधौलिया और तत्कालीन शाखा प्रबंधक प्रेमदत्त शर्मा के खिलाफ फर्जी ऋण वितरण पर एफआइआर कराएं। एसडीएम ने लिखा है कि बैंक शाखा प्रबंधक ने एफआइआर कराने के लिए दिए गए निर्देशों की अवहेलना की है। शाखा प्रबंधक पर दंडात्मक कार्रवाई की जाए।
– सहकारी बैंक सीईओ के निर्देश : सीईओ ने फर्जी ऋण वितरण मामले में सहकारी बैंक चीनोर शाखा प्रबंधक को निर्देश दिए जिसमें कहा, 16 जून को हुई समीक्षा में एफआईआर न होने पर नाराजगी भी प्रकट की गई थी। अब बैंक शाखा प्रबंधक को उर्वा में हुए फर्जी ऋण वितरण के मामले में किशन बुधौलिया और तत्कालीन शाखा प्रबंधक प्रेमदत्त शर्मा के खिलाफ एफआइआर कराने अधिकृत किया है। एफआइआर कराने के लिए तत्कालीन शाखा प्रबंधक जितेन्द्र सिंह गुर्जर से दस्तावेज एवं जांच प्रतिवेदन लिए जाएंगे।