खासबात है कि प्रसन्न खुद टीम व्यूवर का इस्तेमाल करते हैं। उनके मोबाइल में एप लोड भी है। उसके बावजूद प्रसन्न टीम व्यूवर ने बिना सोचे समझे ठग को टीम व्यूवर का कोड दे दिया। प्रसन्न ने पुलिस को बताया कि दो दिन पहले उनके पास ठग का कॉल आया था। वह पेटीएम इस्तेमाल करते हैं।
फोन रिसीव किया तो ठग बोला कि वह पेटीएम से बोल रहा है। उनका केवॉयसी अपडेट नहीं है। ऐसे में खाता ब्लॉक किया जा सकता है। अगर उसे सुचारु रखना है तो अपडेट करो।
उसे पेटीएम अधिकारी समझ कर कहा कि वह जरुरी खानापूर्ति कर लेंगे। लेकिन ठग ने उन्हें फोन काटने का मौका नहीं दिया। उसने कहा कि परेशान होने की जररुत नहीं है। वह ऑफिस में बैठकर ही उनका खाता अपडेट कर देगा, उन्हें टीम व्यूवर का कोड भेज दें। ठग की बातों से शक नहीं हुआ कि उनके साथ फरेब कर सकता है तो उसे कोड बता दिया।
उसके बाद फोन करने वाले ने उन्हें समझने का मौका नहीं दिया। उनकी नजरों के सामने उनका मोबाइल ऑपरेट करता गया। पेटीएम एकाउंट में जो पैसा जमा था सब निकाल लिया।