परिवहन दल द्वारा ३ जुलाई को बसों की फिटनेस की जांच की गई थी, इस दौरान स्कूल प्रबंधन द्वारा लापरवाही बरते जाने पर सुधार किए जाने की हिदायत देते हुए दस बसों की फिटनेस निरस्त की गई थी। इसके बाद भी स्कूल प्रबंधन नहीं चेता। 18 सितंबर को जब पुन: जांच की गई तो 65 बसों का परिवहन बंद किए जाने के निर्देश दिए थे। इस पर स्कूल प्रबंधन ने न्यायालय की शरण लेते हुए कार्रवाई के खिलाफ याचिका लगाई थी। न्यायालय ने याचिका खारिज करते हुए परिवहन विभाग की कार्रवाई को उचित ठहराया। इसके बाद शनिवार को 11 बसों की स्पीड चेक की गई, उसके बाद सोमवार को 38 बसों की चेक की गई।
स्कूल बसों पर कार्रवाई किए जाने के बाद दो दिन तक स्कूल की छुट्टी रखी गई। इसके बाद मोहर्रम का अवकाश रहा। सोमवार को छात्र-छात्राएं निजी वाहनों से स्कूल पहुंचें।
सोमवार को 38 बसें चेक की गईं। स्पीड 40 से 42 के बीच पाई गई। अन्य छोटी कमियां हैं उन्हें दूर करने के बाद बसों को फिटनेस कार्यालय बुलाया गया है।
एमपीसिंह, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी