गोल पहाड़िया निवासी रामलाल (65) पुत्र किशनलाल बाथम सेवा निवृत स्वास्थ्य कर्मचारी हैं। उनका एक मकान झांसी रोड थाना क्षेत्र के घंटे वाले मोहल्ले में है। जिसे उनके पिता किशनलाल उर्फ कृष्णा बाथम ने सालों पहले श्रीलाल बाथम से खरीदा था, लेकिन कुछ साल पहले जब मकान जर्जर होकर ढह गया तो वे मकान में ताला लगाकर गोल पहाड़िया स्थित गिर्राज कॉलोनी में रहने चले गए। मकान खाली पड़ा रहा इसी बीच 1992 में उनके पिता का स्वर्गवास हो गया।
बीते साल उन्हें मोहल्ले के लोगों ने बताया कि उनके मकान पर पड़ोसी मनोज प्रजापति ने कब्जा कर लिया है। यह बात पता चलते ही रामलाल मौके पर पहुंचे और जानकारी ली तो पता चला कि उनके मकान को मनोज ने पिता की फर्जी वसीयत बनाकर मकान अपने नाम कर लिया यहीं नहीं उस मकान को बेच भी दिया । जब रामलाल ने मनोज से बात कर विरोध जताया तो उसने धमकी दे डाली।
12 लाख का मकान छह लाख में बेचा
पीड़ित रामलाल बाथम ने बताया कि उसका मकान करीब 12 लाख रुपए कीमत का है, जबकि आरोपी मनोज प्रजापति ने उसे केवल 6 लाख रुपए में किसी मीरादेवी को बेच दिया है। मामले की शिकायत पीड़ित ने पुलिस से की तो पता चला कि प्लॉट मीरादेवी पत्नी प्रहलाद सिंह को बेचा जा चुका है। पुलिस ने जांच के बाद मामला दर्ज कर लिया है।
इस मामले में मिर्जा आसिफ बेग टीआइ झांसी रोड का कहना है कि पीड़ित ने आकर शिकायत की कि उसके मकान को फर्जी दस्तावेज के आधार पर अपने नाम करा लिया है। मामला दर्ज कर आरोपी की तलाश की जा रही है । जल्द ही आरोपी पकड़ा जाएगा।