जिसके बाद राजनीति में एक तरफ से तुफान आ गया। कैलाश विजयवर्गीय के इस संबंध में बयान के बाद मंत्री गोविंद सिह ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय को पहले अपने गिरेबान में झांकना चाहिए। इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि वह पहले वरिष्ठ कांग्रेसी नेता के यहां पर नौकरी करते थे, इसलिए वे बताए उनके घर में कौन सा सोने का पेड़ लगा था, जिससे इतनी सारी करोड़ो रुपए की संपत्ति इक_ा हो गई है। कैलाश विजयवर्गीय पहले से ही घोटालेबाज है,महापौर रहते समय पेंशन घोटाला किया था, जिसमें उन्हें जज ने दोषी माना था।
सहकारिता पर गोविंद सिंह ने कहा कि मध्य प्रदेश में सहकारिता के मामलों में जांच चल रही है। इंदौर में 4500 प्लॉट भू माफियाओं से मुक्त कराए हैं। ग्वालियर चंबल अंचल में लिस्ट बनाई जा रही है और कुछ ही दिनों में बड़ी कार्रवाई देखने को मिलेगी।