चंबल नदी फिर से खतरे पर, 89 गांवों में हाई अलर्ट, यहां पढ़ें गांव के नाम इसके साथ ही चंबल नदी का पानी नाले के माध्यम से दांतरदा के निकट चंदाड़ा की पुलिया पर आ जाने से श्योपुर-सवाईमाधोपुर मार्ग भी बंद हो गया। ऐसे में श्योपुर-कोटा और श्योपुर-बारां पार्वती के उफान में पहले से बंद है, लिहाजा अब माधोपुर भी बंद होने से श्योपुर का राजस्थान से संपर्क टूट गया है। पार्वती नदी भी खतरे के निशान से 13 फीट ऊपर बह रही है, जिसके चलते श्योपुर-कोटा मार्ग के खातौली पुल पर 27 फीट पानी है। वहीं कुहांजापुर पुल के ऊपर से पानी गुजर रहा है।
यहां भाजपा भी दो धड़ों में बंटी, विधायक पहुंचे तो दिग्गज पूर्व मंत्री नहीं आई जल संसाधन विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक चंबल में बीते 24 घंटे में 6 फीट पानी बढ़ गया है, जिसके चलते नदी का जलस्तर रविवार को खतरे के निशान पर पहुंच गया है, जिससे सामरसा, दांतरदा, तलावदा, सिरसौद, सेवापुर, टोंगनी, जैनी, बंध, रिझेंटा, जमूर्दी, खैरोदकला, दिमरछा, दांतेटी, सांथेर, बढ़ेरे, नितनवास आदि गांवों की निचली बस्तियों में पानी भर गया है। जिसके चलते लोगों को बाहर निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा है, वहीं कुछ लोगों को रेस्क्यू भी किया गया। इसके साथ ही चंबल नदी के टापू पर बसे गांव सांड को भी प्रशासन ने एहतियातन खाली करा लिया है, जिन्हें दांतेटी ग्राम पंचायत में रखा गया है।
सिंधिया के क्षेत्र में कमलनाथ सरकार की उपलब्धियों का बखान नहीं सेना से रेस्क्यू टीम और दो मोटरबोट मांगीजिले में चंबल के रौद्र रूप और दर्जनभर से अधिक गांवों के चंबल की बाढ़ में घिरने की संभावना के मद्देनजर श्योपुर कलेक्टर बसंत कुर्रे ने बबीना आर्मी केंट के कर्नल को पत्र लिखकर एक रेस्क्यू टीम (इसमें 20 से 25 लोग रहते हैं) और दो मोटरबोट मांगी हैं।
यहां भाजपा भी दो धड़ों में बंटी, विधायक पहुंचे तो दिग्गज पूर्व मंत्री नहीं आई चारों बांधों के खुले गेटगांधीसागर के कैचमेंट एरिया में मालबा की बारिश से लगातार पानी की आवक हो रही है, जिसके चलते बांध के सभी 19 गेट खोलकर पानी डिस्चार्ज हो रहा है। यही वजह है कि राणाप्रताप सागर, जवाहर सागर और कोटा बैराज के भी पूरे गेट खुले हुए हैं। रविवार की शाम को कोटा बैराज से 6 लाख 98 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया।