यहां पढ़ें पश्चिमी विक्षोभ क्या है कैसे बिगाड़ता है मौसम Facts
– भारतीय उपमहाद्वीप के उत्तरी भाग में उत्तर-पश्चिम की ओर से चलने वाली चक्रवातीय हवा व्यवस्था को पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है। इसकी उत्पति उत्तरी अटलांटिक से मानी जाती है, यह भूमध्यसागर होते हुए भारतीय उपमहाद्वीप पहुंचता है, ये पवनें भूमध्यसागर से नमी ग्रहण करती हैं।
– शीतकाल में मध्य एशिया में उच्च दाब का केंद्र बन जाता है, जिसके कारण शीतोष्ण कटिबंधीय पछुआ पवनें हिमालय के उत्तरी भाग तक चलने लग जाती हैं। इस क्रम में कई बार ये पवनें हिमालय पर्वत को भी पार कर लेती हैं, इससे उत्तरी भाग में तापमान में गिरावट आ जाती है और भारी बर्फबारी होती है। वास्तव में ये उत्तरी-पश्चिमी भाग से आने वाले चक्रवात हैं, जो भूमध्यसागरीय से ईरान और पाकिस्तान होते हुए भारत में प्रवेश करते हैं।
– पश्चिमी विक्षोभों को भारत पहुंचने में पश्चिमी जेट पवनें मदद करती हैं।
– पश्चिमी भारत में शीत ऋतु में भूमध्यसागर से उठने वाले उत्तर-पश्चिमी चक्रवातों से होने वाली वर्षा को स्थानीय भाषा में ‘मावठ’ कहा जाता है। भारत के पश्चिमी दिशा से प्रवेश के कारण इसे पश्चिमी विक्षोभ कहा जाता है। चूंकि यह एक चक्रवात है, इसलिए इसे विक्षोभ का नाम दिया गया है।
– यह वर्षा उत्तर-पश्चिमी भारत, उत्तर भारत और उत्तर-पूर्वी भारत (राजस्थान, पंजाब, हरियाणा,दिल्ली एवं उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश) के इलाकों में होती है और फसलों के लिए अच्छी मानी जाती है। लेकिन ये वर्षा जरा देर से हो तो फसलों को काफी नुकसान पहुंचाती है।
जनवरी में बारिश का ट्रेंड फेक्ट्स
– दरअसल जनवरी के आखिरी दिनों में प्रदेश में बारिश होने का ट्रेंड बना हुआ है। इस बार भी राज्य में इन दिनों में मौसम कुछ ऐसा ही रहेगा। प्रदेश में दो दिन तक यानि 28 और 29 जनवरी को हल्की बरसात होने का अनुमान है।
– मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम में यह बदलाव होगा। खासतौर पर जबलपुर संभाग में पानी गिरने का अनुमान है। प्रदेश के मंडला, डिंडौरी, सिवनी और बालाघाट जिलों में बारिश होने के आसार जताए गए हैं।
– राजधानी भोपाल में पिछले कई सालोें से जनवरी के अंतिम दिनों में पानी गिरने का ट्रेंड है। भोपाल में पिछले 10 साल में से 7 बार जनवरी में बारिश हुई है। पिछले साल जनवरी के आखिरी दिनों में तो जोरदार बरसात हुई थी। 26 जनवरी 2023 को ही 17.2 मिमी बारिश हुई थी।
– इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर में भी जनवरी के अंतिम दिनों में बरसात होती रही है।
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