कमलाराजा अस्पताल (kamla raja hospital) में मंगलवार को सुबह तीसरी मंजिल पर आइसीयू एवं अन्य वार्डों से आए सामान्य मरीजों को भर्ती किया गया था। इस बीच स्टाफ को सुबह 9 बजे सूचना पहुंच गई थी कि अस्पताल में ऑक्सीजन का संकट होने लगा है। 11 बजे के आसपास मरीजों की मौतें होने लगी। मौत के बाद वार्ड में भर्ती कई मरीज और उनके परिजन गुस्सा होने लगे। गुस्साए परिजनों ने अस्पताल में हंगामा शुरू कर दिया। वहां मारपीट की स्थिति बनती उससे पहले ही जूनियर डाक्टर वहां से भाग गए। सभी जूनियर डॉक्टर खुद अव्यवस्थाओं से नाराज होकर डीन कार्यालय पहुंच गए और हड़ताल पर बैठ गए। अस्पताल के बड़े अधिकारियों और पुलिस बल के समझाने के बाद मामला शांत हुआ।
आक्सीजन मिलते ही मिली राहत
इस बीच ऑक्सीजन का बड़ा टैंकर भी अस्पताल में पहुंच गया। मरीजों को तत्काल ऑक्सीजन की सप्लाई शुरू कर दी गई।दोपहर एक बजे के आसपास मरीजों और उनके परिजनों का गुस्सा शांत हो गया। इसके बाद सभी ने राहत की सांस ली। ऑक्सीजन खत्म होने से अस्पताल में भर्ती किला गेट निवासी 47 वर्षीय जयप्रकाश सिंघल की मौत हो गई। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है।
विधायक ने लगाया धक्का
इधर, हंगामे के बीच जब अस्पताल परिसर में आक्सीजन सप्लाई के दौरान टैंकर के पहिए थम गए थे तो वाहनों को धक्का लगाकर लोग हटाने लगे। वहां मौजूद विधायक प्रवीण पाठक और उनके साथियों ने मिलकर धक्का लगाकर वाहनों को हटा कर रास्ता साफ कराया। इधर, विधायक प्रवीण पाठक ने एक वीडियो जारी कर पांच मरीजों की मौतों पर अस्पताल, प्रशासन समेत सरकार पर आरोप लगाया है। पाठक ने राजनीतिक दलों से अपील की है कि मरीजों को बचाने के लिए आगे आएं, न ही श्रेय की राजनीति करें।