हार्न बजाने पर और उग्र हो जाते हैं
वाहनों के हॉर्न की आवाज सुनकर भी यह आवारा जानवर बिदक जाते हैं और उग्र होकर इधर से उधर भागने लगते हैं। इसके कारण भी दुर्घटनाएं होती हैं।
वाहनों के हॉर्न की आवाज सुनकर भी यह आवारा जानवर बिदक जाते हैं और उग्र होकर इधर से उधर भागने लगते हैं। इसके कारण भी दुर्घटनाएं होती हैं।
इस समस्या को लेकर आसपास क्षेत्र में रहने वाले लोगों ने कई बार नगर निगम के अफसरों से शिकायत की है। निगम के अफसरों ने आश्वासन तो दिया कि जल्द ही इन मवेशियों को वहां से हटाया जाएगा, लेकिन आज तक वहां कोई कार्रवाई नहीं की गई है। यही हाल रहा, तो कोई बड़ी दुर्घटना भी हो सकती है। अब इस मामले में नगर निगम के जिम्मेदार अफसर आवारा जानवरों को मदाखलत दस्ते से पकड़वाने की बात कह रहे हैं।
एक छात्रा की जा चुकी है जान
कुछ वर्ष पहले शिंदे की छावनी कोचिंग से घर से एक छात्रा को दो लड़ते हुए सांडो ने उसको स्कूटी सहित पटक दिया था, जिससे छात्रा को काफी चोटें आईं थीं और कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई थी।
शहर में वीआइपी के आने पर ही निगमकर्मी करते हैं कार्रवाई
शहर में जब भी कोई वीआइपी आता है तभी नगरीय प्रशासन जागता है और उसी समय इन आवारा जानवरों को पकडऩे की कार्रवाई की जाती है। जैसे ही शहर से वीआइपी जाते हैं वैसे ही नगर निगम इस अभियान को बंद कर देता है।
एक छात्रा की जा चुकी है जान
कुछ वर्ष पहले शिंदे की छावनी कोचिंग से घर से एक छात्रा को दो लड़ते हुए सांडो ने उसको स्कूटी सहित पटक दिया था, जिससे छात्रा को काफी चोटें आईं थीं और कुछ समय बाद उसकी मौत हो गई थी।
शहर में वीआइपी के आने पर ही निगमकर्मी करते हैं कार्रवाई
शहर में जब भी कोई वीआइपी आता है तभी नगरीय प्रशासन जागता है और उसी समय इन आवारा जानवरों को पकडऩे की कार्रवाई की जाती है। जैसे ही शहर से वीआइपी जाते हैं वैसे ही नगर निगम इस अभियान को बंद कर देता है।