ईसी की विशेष बैठक में चुका है हटाने का फैसला 19 सितंबर को विवि प्रशासनिक भवन के सभागार में जेयू की अध्ययनशालाओं के परीक्षा परिणामों को लेकर कार्यपरिषद की विशेष बैठक हुई थी। इस बैठक में बैठक में कुलसचिव डॉ.आइके मंसूरी, ईसी मेंबर डॉ.मनेन्द्र सोलंकी, अनूप अग्रवाल, वीरेंद्र गुर्जर के अलावा प्राध्यापक डॉ.अविनाश तिवारी, प्रो.आरपी पांडेय, प्रो.नीरज जैन, सुनीता बरहादिया, डॉ.मंजू दुबे, वित्त विभाग के संयुक्त संचालक योगेंद्र सक्सेना और उच्च शिक्षा विभाग के अतिरिक्त संचालक डॉ. एमआर कौशल शामिल हुए थे। सभी ने माना कि नागपुर की कंपनी द्वारा परीक्षा परिणाम जारी करने में देरी करने एवं रिजल्ट और मार्कशीट में तमाम गलतियां करने के कारण छात्र-छात्राओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इस दौरान यह भी तय हुआ था कि वर्तमान कंपनी को हटाकर नया कांट्रेक्ट देने से पहले विशेषज्ञों से टैंडर नोट बनवाया जाएगा।
इन बिंदुओं पर छात्र संगठन करते रहे हैं आंदोलन -कंपनी ने एक भी मॉड्यूल में संतोषजनक काम नहीं किया है।
-अकादमिक सत्र संचालन में लगातार विलंब हुआ है, जिससे विवि की छवि धूमिल हुई है।
परीक्षा नियंत्रक जता चुके हैं आपत्ति
-पत्र में उल्लेख था कि विवि की स्नातक परीक्षायें अप्रैल में हो गई फिर भी परिणाम समय पर घोषित नहीं किये गए।
-50 हजार अंकसूचियां छात्रों को दी गई जिनमें त्रुटियों की भरमार है। -छात्र लगातार सीएम हेल्पलाइन लगा रहे हैं, इससे विवि की बदनामी हो रही है।
-ऑनलाइन प्रदर्शित हो रहे परिणामों में छात्रों को अनुपस्थित या शून्य अंक दिए जा रहे हैं, इससे छात्रों को मानसिक तनाव हो रहा है।
-कंपनी ने छात्रहित में काम नहीं किया है और एबीवीपी लगातार आंदोलन कर रही है, जेयू के अधिकारियों को अनियमितताओं की जानकारी है, इसके बाद भी छात्रों के भविष्य को ताक पर रख कंपनी को शह दी जा रही है।
-कंपनी की लापरवाही और मनमानी के खिलाफ हम लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। छात्रों के साथ हो रही नाइंसाफी को लेकर भोपाल तक पदयात्रा करके वरिष्ठों को अवगत कराया है। इसके बावजूद विवि प्रबंधन की कृपा से नागपुर की कंपनी से ही काम कराया जा रहा है।
नागपुर की माइक्रो प्रो कंपनी बीते आठ महीने से काम कर रही है। इसे 22 बिंदुओं के आधार पर काम करना था, लेकिन एक भी काम सही नहीं कर पाई। मार्कशीट गलत आईं, प्रिंट गलत आए और अभी स्थिति गंभीर है।
यह बोले जिम्मेदार -सभी पैंडिंग रिजल्ट, त्रुटियां आदि को लेकर काम जारी है, जल्द ही सभी काम पूरे हो जाएंगे। ईसी की विशेष बैठक में एकमत से निर्णय हुआ था कि एजेंसी का काम संतोषजनक नहीं है। अब जब भी टैंडर होगा, अध्यादेश की टर्म एंड कंडीशन के हिसाब से काम कराया जाएगा।
डॉ.आइके मंसूरी, कुलसचिव