सडक़ पर सब्जी कारोबारियों का हंगामा
ग्वालियरPublished: Jan 15, 2022 02:23:05 am
मंडी तोडऩे से खफा कारोबारियों ने जाम लगाया सब्जी फेंकी
कारोबारी बोले पुलिस धमका रही,नगरनिगम जबरिया हटा रहा


सडक़ पर सब्जी कारोबारियों का हंगामा
ग्वालियर। हजीरा की पुरानी मंडी से कारोबारियों को निकाल कर इंटक मैदान के हॉकर जोन में पहुंचाने पर मचा घमासान नहीं थमा है। शुक्रवार को करीब दो सौ से ज्यादा कारोबारियों ने हजीरा थाने और चौराहे पर हंगामा किया। इन लोगों का आरोप था नगरनिगम जबरिया वहां कारोबारियों को ठूंस रही है, पुलिस डंडे की दम पर उनका मुंह बंद कर रही है। यह सारा खेल प्लानिंग से चल रहा है। हजीरा के रास्ते पर जाम नहीं लगने का हवाला देकर ठेले हटाने थे लेकिन हॉकर जोन में कपड़े और चाट वालों को भी ठूंसा दिया है।। यह तो रास्ता नहीं पूरा बाजार साफ करने का प्लान है।
सब्जी वालों का उठाया, थाना घेरा जाम लगाया
सब्जी कारोबारियों ने बताया शुक्रवार को उनकी टोली मंथन मेंं थी इंटक मैदान में जाएं या दूसरी जगह तलाशें तब पुलिस ने आकर उनके दो साथियों को उठा लिया। दोनों को थाने ले जाकर धमकाया वह माहौल बिगाडऩे की कोशिश कर रहे हैं। यह रवैया समझ में नहीं आया। पुलिस को क्या लेना देना कारोबारी वहां दुकान लगाएं या किसी और जगह रोजगार तलाशें। इस हरकत से कारोबारी गुस्सा गए। करीब 200 लोगों ने जाकर थाना घेर लिया। मंडी पर सियासत भी हर दिन जोर पकड़ रही है। कारोबारियों का पक्ष लेने के लिए कांग्रेस नेता सुनील शर्मा भी आ गए। उनका कहना था प्रशासन यह नहीं बता रहा है हॉकर जोन में ठेले, सब्जी के अलावा कपडा और चाट कारोबारी क्यों पहुंचाए जा रहे हैं।
हजीरा पर आकर जाम लगाया
गुस्से में कारोबारियों ने हजीरा चौराहे पर जाम लगा दिया। सडक़ पर सब्जियां फैला दीं। इनमें से एक पुष्पा का कहना था हमारी पूरी उम्र पुरानी मंडी में हो गई। विकास के नाम पर हमें हटा दिया। नई मंडी में बेहतर जगह का हवाला दे रहे हैं। उसमें सब्जी,फल, चाट और अब तो कपड़े वालों को भी ठूंस रहे हैं। इतनी जगह वहां नहीं है। हमारा कहना है पुरानी मंडी में हमें मरने दो। ४ दिन से परेशान हैं। घर मे चूल्हा नहीं जला है।
सब्जी कारोबारी बबीना बाली का कहना था समझ में नहीं आ रहा क्यों कारोबारियों को परेशान किया जा रहा है। क्यों हमारे धंधे खत्म किए जा रहे है। ठेले वाले रास्ता रोक रहे थे। उन्हें हटाओ, मंडी मेे घुसकर दुकानें उजाडऩे से कौन सा रास्ता साफ हो रहा है। इसके पीछे का मकसद क्यों नहीं बता रहे।