बीमार थीं इमरती लग रहा था खून
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने पहले तो इस बात की सफाई दी कि, इमरती देवी बीमार हैं और वो अस्पताल में भर्ती हैं उन्हें खून चढ़ रहा है। ऐसे में उनका मजाक बनाने वाले या फिर उनपर सवाल खड़े करने वाले कितने असंवेदनशील नहीं है, ये बात सामने आई है। सिंधिया ने कहा कि, बीमार होने के कारण ही इमरती पूरा संदेश नहीं पढ़ पाईं थीं। उन्होंने सवाल पूछते हुए कहा कि, क्या हमारे देश और प्रदेश में संवेदनशीलता बची है या नहीं?
सिंघिया खेमे की नेता हैं इमरती
आपको बता दें कि, गुज़री 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के बाद से इमरती देवी का वीडियो वायरल हो रहा था। जिसमें वह मुख्यमंत्री का संदेश पूरा नहीं पढ़ पाई थीं। संदेश की दौ चार लाइने अटकते हुए पढ़कर बीच में से ही ये कहते हुए पीछे हट गईं थीं कि, अब आगे का संदेश कलेक्टर साहब पढ़ेंगे। बता दें कि, इमरती सिंधिया खेमे की नेता मानी जाती हैं। उन्हें मंत्री पद दिलवाने में भी सिंधिया का ही अहम किरदार रहा है। अपने नेता को खुश रखने के लिए इमरती देवी भी सिंधिया की तारीफ में कसीदे पढ़ चुकी हैं, साथ ही सिंधिया को भगवान का रूप तक बता चुकी हैं|
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था वीडियो
दरअसल, गणतंत्र दिवस के मौके पर इमरती देवी सीएम का संदेश पढ़ ही नही पाई थीं। चार लाइन में उच्चारण की आठ गलतियां होने के बाद इमरती ने सीएम का संदेश कलेक्टर से पढ़वाया था। इसके बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया था। मामले में सबसे पहले पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह की पत्नी रुबीना शर्मा सिंह ने अपनी ही पार्टी की कमलनाथ सरकार पर कटाक्ष किया। रुबीना ने ट्वीट करते हुए कहा था कि, कमलनाथ सरकार में महिला बाल विकास मंत्री इमरती देवी, गणतंत्र दिवस पर कुछ लाइनों का भाषण भी नहीं पढ़ पाईं ये काफी शर्मनाक है| हालांकि बाद में उन्होंने अपना ट्वीट डिलीट कर दिया था। वहीं भाजपा इमरती देवी के भाषण नहीं पड़ने पर लगातार तंज कस रही है|