काले झंडे दिखाने से पहले गिरफ्तार
सपाक्स समाज संगठन के सदस्यों ने सुबह 11.30 बजे यूनिवर्सिटी स्थित गालव सभागार में मंत्री मायासिंह के कार्यक्रम में पहुंचकर उन्हें काले झंडे दिखाने की कोशिश की, लेकिन इससे पहले ही विवि थाना पुलिस ने अमित दुबे, अखिलेश पांडेय सहित अन्य युवाओं को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद रक्षक मंच के युवा थाने पहुंचे और पुलिस अधिकारियों से कहा कि शांति पूर्ण प्रदर्शन के बाद भी गिरफ्तारी क्यों की गई। बाद में पुलिस ने सभी को छोड़ दिया। इसके बाद सभी एसपी नवनीत भसीन से मिलने पहुंचे और विश्वास दिलाया कि वह शांति पूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और कोई उत्पात नहीं होने देंगे। हालात को देखते सभी मंत्री तोमर, मायासिंह, पवैया व कुशवाह के बंगलों पर पुलिस तैनात रही।
केन्द्रीय मंत्री के बंगले पर धरना, नारेबाजी
भारतीय जन युग पार्टी नाम के संगठन के मदनमोहन तोमर के नेतृत्व में दोपहर 2 बजे युवा रेसकोर्स रोड स्थित केन्द्रीय मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर के बंगले पर पहुंचे और घेराव किया। युवाओं ने केन्द्रीय मंत्री का इस्तीफा मांगते हुए नारे लगाए। इसके बाद धरने पर बैठ गए। मंत्री के पीए गौरव श्रीवास्तव ने मंत्री की अनुपस्थिति में ज्ञापन लिया।
यातायात रहा अवरुद्ध
रेसकोर्स रोड पर प्रदर्शन के दौरान युवाओं ने सडक़ पर धरना, प्रदर्शन किया। इस दौरान गोले के मंदिर से आने वाले वाहन रुक रुककर चले। बड़े वाहनों को निकालने के लिए बार-बार भीड़ को हटाना पड़ा। 3 बजे के बाद यातायात सुचारु हो सका।
देवकी नंदन ठाकुर भी आएंगे, एक्ट में संशोधन के विरोध में सवर्ण समाज की रैली, प्रदर्शन कल
एससी-एसटी एक्ट में संशोधन किए जाने पर सवर्ण समाज में आक्रोश है। सवर्ण समाज के पदाधिकारियों ने 4 सितंबर को विरोध प्रदर्शन एवं रैली करने की घोषणा की है। उन्होंने राजनैतिक पार्टियों एवं सरकार के खिलाफ हुंकार भरते हुए कहा कि अब वह जाग गए हैं। रैली में भागवताचार्य देवकीनंद ठाकुर भी शामिल होंगे। करिणी सेना के संभागीय अध्यक्ष ऋषभ भदौरिया, राम मोहन शर्मा, नीरज शर्मा उर्फ बबलू, नीलेश पंडित, परशुराम सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष संदीप तिवारी, जाट महासभा के हरेंद्र राणा, पालसभा के रविंद्र यादव ने रविवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए कहा कि रैली एवं विरोध प्रदर्शन शांति पूर्वक किया जाएगा। सामाजिक संगठनों द्वारा आश्वस्त किया गया है कि इसमें ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं किया जाएगा, जिससे किसी जाति, धर्म के सम्मान को ठेस पहुंचे। हमारा प्रदर्शन मात्र सरकार की नीतियों के विरुद्ध है जिसने देश में पुन: जाति विद्वेष पैदा कर दिया है। इससे पूर्व सभी जाति, धर्म के लोग प्रेम भाव से समाज में हिल मिलकर रह रहे थे। उन्होंने कहा कि एससी-एसटी एक्ट के कारण देश में अनेक फर्जी शिकायतें की गई हैं, जो न्यायालय द्वारा अमान्य की गईं, लेकिन उस समय तक आरोपी बनाए गए लोगों को मानसिक, शारीरिक एवं आर्थिक कष्ट हुआ है, इस बात को ध्यान में रखते हुए सर्वोच्च न्यायालय ने जांच के बाद कार्रवाई करने के आदेश दिए थे। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि एससी-एसटी एक्ट में सरकार जांच के बाद कार्रवाई करने का कानून यथावत बनाए, जो देश में शांति सद्भाव एवं समरसता लाएगा।
वोट मांगने पर देंगे जवाब
सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों ने कहा कि विधान सभा चुनाव और लोक सभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के प्रत्याशियों का विरोध किया जाएगा। वोट मांगने पर गली, मोहल्लों में विरोध का सामना करना होगा। सवर्ण समाज एवं पिछड़ा वर्ग के लोग एक्ट में संशोधन के दौरान राजनैतिक पाॢटयों द्वारा चुप्पी साधने के कारण पूछेंगे।