ग्वालियर

कोरोना ब्लास्ट : यहां फिर लागू हुई धारा 144, उपचुनाव के बावजूद नहीं होंगे राजनीतिक कार्यक्रम

ग्वालियर में फिर धारा 144 लागू, राजनीतिक कार्यक्रमों पर लगी पाबंदी।

ग्वालियरSep 06, 2020 / 10:03 pm

Faiz

कोरोना ब्लास्ट : यहां फिर लागू हुई धारा 144, उपचुनाव के बावजूद नहीं होंगे राजनीतिक कार्यक्रम

ग्वालियर/ मध्य प्रदेश में होने वाले 27 विधानसभा सीटों पर उपचुनाव की तैयारियों में कोरोना संक्रमण का बड़ा ब्रैक लग गया है। ग्वालियर अंचल से जहां आगामी उपचुनाव की जड़ें जुड़ी हैं, वहीं इन दिनों प्रदेश के इसी इलाके में कोरोना की रफ्तार बढ़ गई है। अंचल में रोजाना कोरोना संक्रमण का शिकार होकर 2 से 3 मरीज़ जान गवा रहे हैं। वहीं, नेताओं को अपने अपने वोटों की चिंता भी हो रही है। भाजपा हो या कांग्रेस, दोनो ही दल चुनावी कार्यक्रमों से अपना दम झोंक रहे हैं। जानकारों की मानें, तो अंचल में कोरोना विस्फोट का कारण भी यही कार्यक्रम हैं। फिलहाल, हालात नियंत्रण में लाने के लिए प्रशासन ने जिले में धारा 144 लागू करते हुए यहां रैली, सभाओं और प्रदर्शनों पर प्रतिबंध लगा दिया है।

 

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भाजपा-कांग्रेस ने स्थगित किये आयोजन

जिला प्रशासन द्वारा जारी इस आदेश के बाद कांग्रेस ने भाजपा के ग्वालियर में किये गए मेगा सदस्यता अभियान का काट माने जा रहे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के आगामी मेगा शो के कार्यक्रम को स्थगित कर दिया है। भाजपा भी नेताओं की आगामी चुनावी बैठकों पर ब्रेक लगाने के निर्देश जारी कर चुकी है। खास बात ये है कि, बढ़ते उपचुनाव की तैयारी के चलते राजनीतिक आयोजनों में तेजी आने से कई नेता भी अब तक संक्रमण का शिकार हो चुके हैं। जिले में कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक, शहर कांग्रेस जिलाध्यक्ष डॉ. देवेंद्र शर्मा, ग्रामीण कांग्रेस जिलाध्यक्ष संक्रमित हो चुके हैं। जबकि, भाजपा में संभागीय संगठन मंत्री आशुतोष तिवारी, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा, पूर्व मंत्री नारायण सिंह भी संक्रमित हो चुके हैं।

 

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राजनीतिक आयोजनों से बढ़ी संक्रमण की रफ्तार

भाजपा द्वारा 22 से 24 अगस्त तक जिले में तीन दिवसीय सदस्यता अभियान का आयोजन हुआ था। इसमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर व राज्यसभा सदस्य ज्योतिरादित्य सिंधिया समेत भाजपा के कई बड़े छोटे नेता कार्यकर्ता मौजूद थे। आयोजन में 50 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं को जुटाया गया था। जबकि, भाजपा ने मंच से करीब 70 हज़ार से अधिक कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीजेपी में शामिल होने का दावा किया था। उधर, कांग्रेस ने भी इसका विरोध करते हुए चार हजार कार्यकर्ताओं और लोगों के साथ मिलकर प्रदर्शन भी किया था।

 

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इनका कहना है

कांग्रेस के जिला अध्यक्ष डॉ देवेंद्र शर्मा के मुताबिक, उपचुनाव के कारण नेताओं के दौरे मजबूरी बने हुए थे। अब चुनाव नवंबर में होने के संकेत मिलने के बाद कांग्रेस ने चुनावी गतिविधियों पर विराम लगा दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ का कार्यक्रम भी स्थगित किया जा चुका है। वहीं, दूसरी ओर भाजपा का कहना है कि, सरकार हो या पार्टी कोरोना संक्रमण से लोगों को बचाने के लिए शारीरिक दूरी और मास्क लगवाने की अपील कर रही है। संक्रमण बढ़ने से संगठन से जुड़े लोगों के दौरे कुछ समय के लिए स्थगित कर दिये गए हैं।

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