सरकारी स्कूलों में पढ़ाए जाएंगे महंगे कोर्स
टीवी और मोबाइल फोन पर पढ़ाई जाने वाली क्लासेज के ज़रिये छात्रों को सिविल सर्विसेस, इंजीनियरिंग, मेडिकल परीक्षाओं की तैयारियां भी कराई जाएगी। जिन विद्यालयों में टीवी और डीटीएच की सुविधा नहीं है, उन विद्यालयों में यह खरीदने के लिए राज्य शासन ने पत्र जारी कर चुका है। साथ ही कई विद्यालयों का उन्नयन करने में स्मार्ट सिटी और डिजीटल क्लासों से भी मदद ली जाएगी। इन सरकारी स्कूल्स में इस स्तर की शिक्षा व्यवस्था शुरु करने का एक मकसद यह भी है कि, यह बड़े कोर्सेस महंगे होने के चलते ज्यादातर बच्चे नहीं कर पाते। ज्यादा फीस होने के कारण अधिकांश गरीब प्रतिभाएं खत्म हो जाती थीं। उन प्रतिभाओं को उभारने के लिए भारत सरकार ने स्वयंप्रभा चैनल शुरु किया है। साथ ही चैनल की वेबसाइट, मोबाइल ऐप, 3 डायमेंशन पिक्चर आदि शुरू की गई हैं। इन पर सिविल सर्विसेस, इंजीनियरिंग, मेडिकल परीक्षाओं की तैयारियों समेत अन्य विषयों की पूरी जानकारी होगी। साथ ही एक ही समय में दिल्ली में बैठा शिक्षक सभी विद्यालयों के छात्रों को टीवी व कम्प्यूटर के माध्यम से पढ़ाने में सक्षम होगा।
32 चैनलों के माध्यम से होगा प्रसारण
स्वयंप्रभा टेलीविजन चैनल का प्रसारण डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) के 32 चैनलों के माध्यम से किया जाएगा। इसपर गुणवत्तायुक्त शैक्षिक सामग्री स्कूल के छात्रों को मिलेगी। स्वयंप्रभा पर 19 से 22 चैनल तक आईआईटी पॉल के नाम से प्रोग्राम चलाए जाएंगे। जिनका प्रबंधन आईआईटी दिल्ली करेगा। साथ ही 31 नंबर चैनल का प्रबंधन एनसीईआरटी द्वारा तैयार किया जा रहा है। इसपर स्कूली पाठ्यक्रम से संबंधित जानकारी दी जाएगी। स्वयंप्रभा मोबाइल एप भी सरकार ने ही शुरु किया है। इसपर विषय के व्याख्यान के पूरे वीडियो अपलोड हैं। हर चैनल का वीडियो यू-ट्यूब पर भी मिलेगा। जैसे चैनल 21 यूट्यूब पर मैथमैटिक्स आईआईटी पॉल के नाम से यू ट्यूब पर मिल रहा है।