ग्वालियर। जिले में सैकड़ों संविदा शाला शिक्षक पात्रता परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यार्थी नौकरी के लिए ओवरएज हो गए और अभी तक शिक्षा विभाग ने शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया ही शुरू नहीं की। बगैर भर्ती के ही इन लोगों की पात्रता भी समाप्त हो गई।
वर्ष 2013 में शिक्षकों की भर्ती के लिए जरूरी संविदा शाला पात्रता परीक्षा आयोजित की गई। इसमें जिले से सैकड़ों अभ्यार्थियों ने फॉर्म भरे और परीक्षा में पास भी हो गए, लेकिन भर्ती के नाम पर महज 700 पदों पर पर ही नियुक्ति की गई। अभ्यार्थी को दो वर्ष की पात्रता होती है। इस दौरान भर्ती निकलने पर परीक्षा फिर से देने की जरूरत नहीं होती, लेकिन इन दो वर्षों में शासन ने शिक्षकों के पद नहीं निकाले। आलम यह है कि तीन वर्ष हो चुके हैं अभी तक शासन ने रिक्त पदों को लेकर कोई विज्ञापन नहीं निकाला, जिसके कारण सैकड़ों अभ्यार्थी जो परीक्षा के लिए पात्र हो चुके थे अपात्र हो गए। इनमें से कई तो आेवरएज हो गए।
“शिक्षकों की भर्ती प्रदेशभर में एक साथ होगी। इसके लिए कार्रवाई चल रही है। शैक्षणिक सत्र से पहले भर्ती प्रक्रिया पूर्ण कर ली जाएगी।”
दीपक जोशी, शिक्षा राज्यमंत्री
जिले में 1 हजार से अधिक पद रिक्त
जिले की बात करें तो यहां संविदा 1,2 और वर्ग 3 के 1 हजार से अधिक पद रिक्त हैं। शैक्षणिक सत्र 2015-16 में ही शासन ने रिक्त पदों को भरने की बात कही थी, लेकिन कोई भर्ती नहीं की गई। अब वर्ष 2016-17 का शैक्षणिक सत्र शुरू होगा। इसको लेकर फिर से शासन ने शैक्षणिक सत्र से पहले भर्ती प्रक्रिया पूर्ण करने की बात कही है।