उन्होंने कहा कि डीपीएस स्कूल में 70 बसें लगी हैं, जिस ठेकेदार की यह बसें हैं, उससे पूछा जाए कि बसों को खड़ा करने का स्थान कहां है।दो दिन पहले शिंदे की छावनी क्षेत्र में डीपीएस स्कूल की बस से छात्रा की मृत्यु हो गई थी। इसके बाद से चालकों द्वारा स्कूल बसों को तेज गति से भगाने पर आमजन में आक्रोश है। कलेक्टर ने इस मामले में परिवहन, पुलिस, शिक्षा और नगर निगम के अधिकारियों से पूरी जानकारी मांगी है।
उन्होंने अधिकारियों से कहा कि मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए सकारात्मक प्रयास किए जाएं। झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ कार्रवाई को तेज किया जाए।
यह भी दिए निर्देश
-नगरीय निकाय एवं पंचायत चुनावों की तैयारियों में लगे अधिकारी मतदान केन्द्र बनाने लायक भवन चिह्नित कर प्रस्ताव भेजें।
-बीते पंचायत चुनाव में उन मतदान केन्द्रों की रिपोर्ट दी जाए, जहां महिलाओं का मत प्रतिशत कम रहा है।
-15 नवंबर से शुरू हो रहे पट्टा वितरण कार्यक्रम की तैयारियां पूरी की जाएं।
-जो पटवारी काम में रुचि नहीं ले रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाए।
-जिन खाद बीज विक्रेताओं के नमूने फेल हुए हैं, उनके विक्रय लाइसेंस निरस्त किए जाएं।