कैमटेक के लिए मिला 8 करोड का फंड
रेलवे में जो भी नई तकनीक आती है। उसके बारे में रिसर्च उच्च अनरक्षण प्रौघोगिक केंद्र ( कैमटैक) में किया जाता है। इसके लिए इस बार बजट में 8 करोड़ 23 लाख का प्रावधान किया गया है। यहां पर ट्रेनिंग, सेमीनार आदि कराए जाते है। वंदे भारत सहित एलएचबी कोच का मेंटनेंस के बारे में ट्रेनिंग यहां दी जाती है। इसके अलावा जो भी नई तकनीक आती है। उस पर चर्चा होती है।
6.10 मीटर का चौड़ा होगा फुटओवर ब्रिज
रेलवे स्टेशन पर निर्माण कार्य के चलते प्लेटफॉर्म एक से छह तक फुटओवर ब्रिज का निर्माण कार्य होगा। यह फुट ओवर ब्रिज 6.10 मीटर चौड़ा होगा। अभी तक स्टेशन पर तीन फुटओवर ब्रिज बने हुए है। इसमें दो ढाई- ढाई मीटर के और एक 6 मीटर का बना हुआ है। नये बजट में 6.10 मीटर का चौड़ा का प्रावधान किया गया है। यह फुटओवर ब्रिज इस वर्ष बनकर तैयार होगा।
ऑटो मैटिक वॉशिंग पिट बनेगी
रेलवे स्टेशन के बढऩे के साथ ही प्लेटफॉर्म भी बढ़ रहे है। इसके तहत अब ऑटो मैटिक वॉशिंग पिट बनाई जाएगी। इस पिट में ट्रेन आसानी से धुलाई हो सकेगी। इसमें कर्मचारी भी काफी कम लगेंगे। बजट में एनसीआर में 50 स्थानों पर इस पिट को लगाने का प्रावधान किया गया है। अभी तक ग्वालियर स्टेशन पर चार वॉशिंग पिट है। इसमें से एक 22 कोच की बनी हुई है।
पिछले वर्ष से 3.34 प्रतिशत अधिक मिला बजट
आम बजट के साथ रेलवे बजट भी गुरुवार को पेश किया गया। बजट में रेल सेवाओं के विस्तार पर फंड की घोषणा की गई है। लेकिन रेल बजट की स्थिति दो दिन यानि की 3 फरवरी को पिंक बुक जारी होने के बाद स्पष्ट होगी। उत्तर मध्य रेलवे को विभिन्न परि योजनाओं के लिए कुल 11321.94 करोड़ का बजट आवंटित किया गया है जो पिछले वर्ष के बजट 10955.5 करोड़ से 3.34 प्रतिशत अधिक है।
जिसमें मुख्यत: नई लाइनो के निर्माण के लिए 0.13 करोड़, आमान परिवर्तन के लिए 590.00 करोड़, दोहरीकरण के लिए 3669.14 करोड़, यातायात सुविधाओं के लिए 1294.91 करोड़, सडक़ संरक्षा कार्यों के लिए 545.94 करोड़, रेलपथ के नवीनीकरण के लिए 860.00 करोड़, पुल संबंधी कार्यों के लिए 169.75 करोड़, सिगनलिग कार्यों के लिए 460.00 करोड़, बिजली संबंधी कार्यों के लिए 226.81 करोड़, कारखानों के लिए 82.00 करोड़, कर्मचारी कल्याण के कार्यों के लिए 37.73 करोड़, उपभोक्ता सुविधाओं के लिए 951.81 करोड़ प्राप्त हुए है।