scriptइन जिलों में सर्दी का कहर, स्कूलों में फिर हो सकती हैं छुट्टियां | weather alert in mp holiday in schools start again due to severe cold waves | Patrika News
ग्वालियर

इन जिलों में सर्दी का कहर, स्कूलों में फिर हो सकती हैं छुट्टियां

शीतलहर को देखते हुए कई राज्यों में स्कूलों में दोबारा अवकाश घोषित…गलन भरी सर्दी का कहर…

ग्वालियरJan 20, 2024 / 02:21 pm

Sanjana Kumar

schools_holiday_start_again_in_mp_due_to_severe_cold_after_parents_demand.jpg

जिले में बीते करीब एक महीने से कंपकंपाती ठंड के प्रकोप से शहरवासी खासे परेशान है। विशेष रूप से स्कूल में पढऩे वाले छोटे-छोटे बच्चों के लिए यह सर्दी अब आफत बन चुकी है। वहीं बढ़ती सर्दी से अभिभावक परेशान हैं और वह बार-बार जिला प्रशासन व जिला शिक्षा अधिकारी से गुहार लगा रहे हैं कि विद्यालयों में अवकाश घोषित किया जाए। लेकिन जिला प्रशासन व जिला शिक्षा अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। हाड़ कंपाने वाली सर्दी से जयारोग्य, सिविल व जिला अस्पताल सहित निजी अस्पतालों के बालरोग विशेषज्ञों के पास भी ठंड से पीडि़त बच्चे बड़ी संख्या में पहुंच रहे हैं। लिहाजा डॉक्टर भी अभिभावकों को इस सर्दी में बच्चों को बचाने की बात कह रहे हैं। वहीं कंपकंपाती ठंड के प्रकोप को देखते हुए अब स्कूलों की छुट्टी करने की मांग भी तेजी से जोर पकड़ रही है। बता दें कि शीतलहर को देखते हुए उत्तरप्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ सहित अन्य राज्यों में स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया गया है।

 

स्कूल का समय बदला फिर भी सर्दी से बचाव नहीं

स्कूल शिक्षा विभाग ने गुरुवार को आदेश जारी कर कक्षा नर्सरी से 5वीं तक के विद्यार्थियों के स्कूल समय में बदलाव करते हुए सुबह 11 बजे का कर दिया है। लेकिन इसके बावजूद भी बच्चों को सुबह सर्दी में ठिठुरते हुए ही स्कूल जाना पड़ रहा है। ऐसे में यह सर्दी बच्चों के लिए अब और अधिक मुसीबत बन चुकी है।

 

अधिकारी बोले-शासन ही तय कर रहा है छुट्टी

जिला शिक्षा अधिकारी अजय कटियार और कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह का कहना है कि स्कूलों में अब छुट्टी करने का अधिकार भोपाल में बैठे वरिष्ठ अधिकारियों व शासन द्वारा ही तय किया जा रहा है। इसलिए वे भी इस संबंध में अब कुछ भी बोलने से बच रहे हैं।

 

severe_cold_in_mp.jpg

पेरेंट्स की मांग

1. गलन भरी ठंड में बच्चों को सुबह-सुबह स्कूल भेजे जाने से उनके स्वास्थ्य पर भी लगातार असर पड़ रहा है। शासन व कलेक्टर-डीईओ को सर्दी को देखते हुए स्कूलों में अवकाश घोषित करना चाहिए।

– गीता प्रजापति, अभिभावक

2. कंपकंपाती ठंड से बच्चे, युवा व वृद्ध सहित सभी परेशान हैं। शिक्षा विभाग व जिला प्रशासन को सर्दी को देखते हुए स्कूलों में अवकाश करना चाहिए।

– अर्चना सिंह, अभिभावक

heart_attack_cases_increased_in_winter.jpg

ठंड में हार्टअटैक की आशंका ज्यादा, अलर्ट रहें

ठंड घातक है और लगातार पड़ रही है। जब लंबे समय तक ठंड तेज रहे तो शरीर में परिवर्तन होने लगता है। ब्लड प्रेशर बढ़ता है, खून गाढ़ा होने लगता है। इनके प्रति सजग रहना जरूरी है। क्योंकि ठंड में हार्ट अटैक की आशंका ज्यादा रहती है। इनसे बचाव बेहद जरूरी है।

जिन लोगों को कोई बीमारी नहीं है वह कई लेयर में गर्म कपड़े पहनें। खासकर गर्म टोपी और मोजे जरूरी हैं। कान खुले नहीं रहना चाहिए, जिन लोगों को बीपी और शुगर है वह दवाइयों का नियमित और समय पर सेवन करें। बीपी ठीक नही है तो, दवा की खुराक बढ़ाना चाहिए। हार्टपेशेंट विशेष सर्तक रहें। ठंड में बिल्कुल नहीं निकलें। सैरसपाटे से बचें। तरल गर्म पदार्थ जरूर लें। इन लोगों को चाहिए थर्मस में गुनगुना पानी रखें उसे पीते रहें। फ्रेश सब्जी और फल खाएं। बादाम, अखरोट, अलसी के बीज और बिना भुनी मूंगफली के दानों का सेवन करें।
– पुनीत रस्तोगी, हृदयरोग विशेषज्ञ

doctors_advice_to_children_in_severe_cold_in_winter_mp_news.jpg

बच्चों के लिए ठंड घातक

इन दिनों ठंड काफी तेज है खासकर बच्चों के लिए काफी घातक है। अभिभावकों को चाहिए बच्चों को धूप निकलने से पहले घर से बाहर न जाने दें। क्योंकि तेज ठंड और शीत लहर से बच्चों में सिरदर्द, जुकाम के अलावा (वायरल) अस्थमा अटैक और डायरिया का खतरा रहता है। इसके अलावा हाइपोथर्मिया भी हो सकता है। ठंड की वजह से इसमें खून का थक्का जमता है। यह जानलेवा हो सकता है। बच्चों को कम से कम तीन लेयर में कपड़े पहनाएं। सिर पर गर्म टोपी और पैरों में मौजे जरूरी हैं। खाने में तरल गर्म पदार्थ जरूर दें।
– डा. घनश्याम दास, चाइल्ड स्पेशिलिस्ट

Hindi News/ Gwalior / इन जिलों में सर्दी का कहर, स्कूलों में फिर हो सकती हैं छुट्टियां

ट्रेंडिंग वीडियो