मौसम विभाग के अनुसार एक दिसंबर से आसमान साफ होना शुरू हो जाएगा। हालांकि रात का तापमान सामान्य से ऊपर रहने से ठंड कम रहेगी। तीन दिसंबर तक मौसम में उतार चढ़ाव जारी रहेगा। चार दिसंबर के बाद ठंड बढ़ सकती है। हवा में नमी होने की वजह से कोहरा छाने की भी संभावना है।
नवंबर का मौसम पश्चिमी विक्षोभ से प्रभावित रहा है। हर हफ्ते दो पश्चिमी विक्षोभ आए हैं। नवंबर के अंत में अरब सागर व बंगाल की खाड़ी से नमी आने की वजह से हल्की बारिश हुई है। इससे मध्यम कोहरा भी छाया, लेकिन रात में ठंड नहीं बढ़ी। अंत के तीन दिनों में बादल छाने से दिन का तापमान सामान्य से नीचे आ गया, जिससे ठंड रही। जबकि रात का तापमान सामान्य से ऊपर रहने से ठंड कम रही।
48 घंटे में कमजोर पड़ जाएगा पश्चिमी विक्षोभ
जम्मू कश्मीर में पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय है। उत्तर पश्चिम राजस्थान में चक्रवातीय घेरा बना है। एक चक्रवातीय घेरा अरब सागर में बना हुआ है, जो ट्रफ लाइन के रूप में सक्रिय है। ये सिस्टम 48 घंटे में कमजोर पड़ जाएंगे। अंडमान निकोबार के पास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इससे बंगाल की खाड़ी से भी नमी आ रही है। बांग्लादेश के पास चक्रवातीय घेरा बना हुआ है।
इससे पूर्वी हवा भी चल रही है।
पश्चिमी विक्षोभ के कारण अरब सागर से नमी आ रही है। इससे बादल छाएंगे, लेकिन अगले 24 घंटे में सिस्टम कमजोर पड़ेगा। इससे आसमान साफ होगा। नमी के कारण कोहरा छा सकता है।
चार साल में रात में पड़ी ठंड
वर्ष न्यूनतम
2019- 10.3
2020- 7.9
2021- 8.0
2022 8.0