ईवीएम और वीवीपैट के जरिए मतदान की जो व्यवस्था है, वह सिक्योर है, यह हम पढ़ चुके हैं, फिर भी इस पर कभी कभी सवाल खड़े क्यों होते हैं? कुछ इसी तरह के सवाल नव मतदाताओं ने जीवाजी यूनिवर्सिटी में किए। जिनका जवाब मास्टर ट्रैनर और प्रो. एसके प्रधान ने दिया। इसके साथ ही उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान करने का तरीका और तकनीकी पहलू भी समझाए। लोकसभा चुनाव में पहली बार मतदान करने वाले छात्र-छात्राओं को मतदान की प्रक्रिया समझाने के लिए मंगलवार को
जीवाजी विश्वविद्यालय के परीक्षा भवन में वर्कशॉप हुई। वर्कशॉप में 1600 युवाओं ने हिस्सा लिया। शंकाओं का समाधान करने के लिए मास्टर ट्रैनर मौजूद थे। जबकि सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक छात्र-छात्राओं से मतदान करने का प्रैक्टिकल कराया गया। इस दौरान कुलपति प्रो संगीता शुक्ला ने आयोजन में पहुंचकर जायजा लिया और मतदान के लिए कतार में लगे छात्रों से औपचारिक बात की।भारत निर्वाचन आयोग के निर्देश पर स्वीप के अंतर्गत यह कार्यक्रम किया गया था। मतदान प्रक्रिया के समय ही छात्रों ने मशीनों की कार्यप्रणाली को लेकर दिमाग में आ रहे तकनीकी सवाल भी पूछे। कार्यशाला में जन संपर्क अधिकारी शांतिदेव सिसोदिया भी मौजूद थे।
यह दी जानकारी